आजादी का अमृत महोत्सव के एक वर्ष पूर्ण होने पर होटल अशोक में संस्कृति मंत्रालय की ओर से दो दिवसीय अमृत समागम सम्मेलन का बुधवार को समापन हो गया। कला एवं संस्कृति मंत्री कल्ला ने कहा कि युवाओं को यह बताने की जरूरत है कि आजादी के आंदोलदन में हमारे स्वतंत्रता सैनानियों में बिना भेदभाव के धर्म-जाति से ऊपर उठकर पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरोकर आजादी दिलाने का सपना साकार किया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में राजस्थान सहित देश की उन महान विभूतियों के योगदान को हमें नहीं भूलना चाहिए, जिनकी कई पीढय़िों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के माध्यम से हमें राजनीति से परे होकर उन सभी विभूतियों को हाईलाइट करना चाहिए जिनका स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
राजस्थान में 13 लाखों लोगों की भागीदारी अमृत समागम में राजस्थान में पर्यटन कला एवं संस्कृति की प्रमुख सचिव गायत्री राठौर ने बताया कि अमृत महोत्सव के 1 वर्ष दौरान संपूर्ण राजस्थान में करीब 4500 कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिनमें से 1336 कार्यक्रमों को आजादी का अमृत महोत्सव की वेबसाइट पर पब्लिश किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि साल भर चले इन कार्यक्रमों में तेरह लाख के करीब जनभागीदारी हुई।
इस दौरान दांडी मार्च, स्वतंत्रता के आंदोलन में अखबारों और कवियों की भूमिका पर चित्र प्रदर्शनी, नृत्य शास्त्र, माघ महोत्सव, रंगोली कंपटीशन, लोकरंग 2021, राजस्थान दिवस, कबीर यात्रा, रंग राजस्थान जैसे कार्यक्रम हुए। इनमें मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक, राजस्थान के स्वतंत्रता सैनानियों सहित सिविल सोसाइटी के गणमान्य नागरिको की हिस्सेदारी रही। उन्होंने बताया कि आने वाले वर्ष में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों के तहत 3 बड़े कार्यक्रम राजस्थान में आयोजित किए जाएंग। इनमें राजस्थान लिटरेचर फेस्टिवल, यूथ फेस्टिवल/ रूरल ओलंपिक और यूनेस्को के साथ मिलकर इनटेंजिबल कल्चरल कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।