हरदीप सिंह पुरी ने कही ये बात
कांग्रेस द्वारा बीजेपी पर
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का अपमान करने का आरोप लगाने पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कोई विवाद नहीं है, बल्कि इसे बनाया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी INDIA गठबंधन और यहां तक कि देश में भी अलग-थलग पड़ गई है। यह वही कांग्रेस है जिसने पीवी नरसिम्हा राव के पार्थिव शरीर को पार्टी मुख्यालय में नहीं आने दिया और उनका अंतिम संस्कार हैदराबाद में किया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक पत्र लिखा कि हम (कांग्रेस) कुछ चाहते हैं – गृह मंत्रालय ने एक संचार जारी किया और कहा कि हम उनके अनुरोध से सहमत हैं।
कांग्रेस कर रही है राजनीति-जेपी नड्डा
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को कांग्रेस पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार पर राजनीति करने का आरोप लगाया। नड्डा ने कहा कि यह वास्तव में बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दुखद निधन पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। कांग्रेस की इस सोच की जितनी निंदा की जाए कम है। कांग्रेस (Congress) जिसने
मनमोहन सिंह को उनके जीवित रहते कभी वास्तविक सम्मान नहीं दिया, अब उनके सम्मान के नाम पर राजनीति कर रही है। गांधी परिवार ने अपने परिवार के अलावा देश के किसी बड़े नेता का सम्मान नहीं किया है और न ही उनके साथ न्याय किया है। चाहे वह कांग्रेस पार्टी से हो या उससे बाहर, चाहे वह बाबासाहेब अंबेडकर हों, देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र बाबू हों, लाल बहादुर शास्त्री जी हों, सरदार पटेल जी हों, पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव जी हों या प्रणब मुखर्जी, सीताराम केसरी जी हों या अटल बिहारी वाजपेयी जी हों।
‘गांधी परिवार ने बड़े नेता का नहीं किया सम्मान’
जेपी नड्डा ने कहा था कि कांग्रेस और गांधी परिवार ने किसी अन्य बड़े नेता का सम्मान नहीं किया है। प्रधानमंत्री मोदी की सरकार (Modi Government) ने
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की समाधि के लिए जगह भी उपलब्ध कराई है और परिवार को सूचित भी किया है, लेकिन कांग्रेस झूठी खबरें फैला रही है। कांग्रेस ने देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब दा के निधन पर कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा शोक सभा बुलाने की भी जहमत नहीं उठाई थी। कांग्रेस ने सिर्फ अपने परिवार के सदस्यों के लिए स्मारक और समाधि बनवाई। सम्मान का असली मतलब इन्हें प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) से सीखना चाहिए।