श्रीलंका में पिछले 3 महीने से आर्थिक और राजनीतिक संकट जारी है। लोग सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। अब तक के सबसे बुरे आर्थिक संकट को संभाल नहीं पाने के चलते कुछ दिन पहले ही प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के घरों में घुस गये थे। राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री के आवास पर प्रदर्शनकारियों के कब्जे के बाद से उनकी वहां मस्ती और गैरजिम्मेदार हरकतों की तस्वीरें भी सामने आई थीं। रविवार को एक और वीडियो सामने आया जिसमें राष्ट्रपति भवन में खुफिया रास्ता होने का दावा किया गया। प्रदर्शन कर रहे लोगों का दावा है कि राष्ट्रपति अपनी जान बचाकर इसी खुफिया रास्ते से देश छोड़कर भागे हैं।
वहीं राष्ट्रपति राजपक्षे और प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे के इस्तीफा देने पर सहमत होने के बाद विपक्षी दलों ने रविवार को बैठक की और सर्वदलीय अंतरिम सरकार बनाने का फैसला किया। स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने ने कहा कि 13 जुलाई को राजपक्षे का इस्तीफा मिलने के बाद, राष्ट्रपति की घोषणा के लिए 15 जुलाई को संसद की बैठक बुलाई जाएगी। इसके बाद 19 जुलाई को फिर से नामांकन स्वीकार करने के लिए एक बैठक बुलाई जाएगी। नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 20 जुलाई को संसदीय मतदान होगा।
बता दें, श्रीलंका अप्रत्याशित आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। लाखों लोग भोजन, दवाइयां, ईंधन एवं अन्य जरूरी चीजें खरीदने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। खाने-पीने की जरूरी चीजों के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। स्थिति ऐसी हो गई है कि श्रीलंका में डीजल-पेट्रोल और खाने-पीने की चीजों की कमी हो गई है। सरकार के पास न तो इतने पैसे बचे हैं कि वह पेट्रोल-डीजल खरीद सके, न ही श्रीलंका के लोगों के पास अब पैसे बचे हैं कि वे खरीदने में सक्षम हों। वहीं सरकार विरोधी प्रदर्शनों ने देश को मुश्किल में डाल दिया है।