दिखानी होगी क्लीनिकल रिपोर्ट
दरअसल, राज्य की टेक्निकल अडवाइजरी कमेटी ने कोरोना पर संस्तुति की है कि ऐसे लोगों को क्लीनिकल रिपोर्ट दिखानी होगी जो ये बताए कि उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं है। कमेटी ने बताया कि ये क्लीनिकल रिपोर्ट किसी प्रशिक्षित डॉक्टर से ही बनवाना अनिवार्य है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही RTPCR रिपोर्ट पॉजटिव होने के बावजूद यात्री को हवाई यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी।
बताया गया कि राज्य सरकार के इस कदम से कई लोगों को राहत मिलेगी। बता दें कि कई लोगों में कोरोना के लक्षण खत्म होने या कोरोना से पूरी तरह स्वस्थ्य होने के बाद भी रिपोर्ट पॉजटिव आ रही है। ऐसे में कई आईएएस अधिकारियों द्वारा यह समस्या उठाए जाने के बाद कमेटी ने अब यह फैसला लिया है। इन अधिकारियों ने कहा था कि कई अंतरराष्ट्रीय यात्री बेंगलुरु आना चाहते हैं, लेकिन वो ये यात्रा नहीं कर पा रहे हैं। इसका कारण ये है कि कोरोना से रिकवरी के बावजूद उनकी रिपोर्ट लगातार पॉजिटिव आ रही है।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के बाद दुनियाभर के देशों ने हवाई यात्रा के नियम बेहद सख्त कर दिए थे। महामारी का प्रकोप बढ़ने पर हवाई यात्राएं रोक दी जाती हैं। अब हवाई यात्राएं शुरू तो हो गई हैं, लेकिन सभी देशों में हवाई यात्रियों से निगेटिव आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य तौर पर मांगा जाता है।