ऑफिस में सो सके कर्मचारी, इसलिए भारत की ये कंपनी दफ्तर में लगवा रही ‘बिस्तर’
आपको बता दें, कराची यूनिवर्सिटी में हुए हमले के बाद चीनी नागरिकों के पाकिस्तान छोड़ने की तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई थीं। हालांकि, पाकिस्तान ने ऐसी सूचनाओं को खारिज किया था। तो वहीं एक चीनी अधिकारी ने कहा कि जो चीनी नागरिक पाकिस्तान की कराची से फ्लाइट से अपने देश गए हैं, वो एक नियमित ऑपरेशन था। इसी को कुछ लोगों ने चीनी कामगारों के पलायन के तौर पर पेश किया, जो सही नहीं है। अधिकारी ने यह बात भी कही कि यह बात सही है कि पाकिस्तान में रहने वाले चीनी नागरिक अपनी सुरक्षा को लेकर डरे हुए हैं। तो वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिजियान झाओ ने कहा कि आतंकवादी संगठन दो देशों के रिश्तों को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे सफल नहीं हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि चीनी पक्ष पाकिस्तान के साथ मिलकर पूरी जांच करेगा, सच्चाई का खुलासा करेगा, अपराधियों को सजा दिलाएगा और दोनों देशों के लोगों को समझाएगा। बता दें कि इस अटैक के बाद चीनी दूतावास ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को तलब किया था और इसे लेकर जवाब मांगा था। यही नहीं चीन का कहना था कि यदि आप लोग जांच में सक्षम नहीं हैं तो फिर हम भी उसमें शामिल हो सकते हैं।