जैस ही सऊदी अरब के मस्जिद में घुसे पाकिस्तानी PM शहबाज शरीफ, लगने लगे ‘चोर-चोर’ के नारे
तो वहीं बांग्लादेश के प्रेस सचिव एहसानुल करीम ने बताया कि पीएम शेख हसीना ने जयशंकर से कहा कि आपसी लाभ के लिए कनेक्टिविटी बढ़ाने की जरूरत है। ऐसे में बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी चटगाँव बंदरगाह का उपयोग करने से भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र को विशेष रूप से फायदा होगा। उन्होंने आगे कहा, “अगर संपर्क बढ़ाया जाता है, तो भारत के पूर्वोतर राज्यों जैसे असम और त्रिपुरा को चट्टोग्राम में बंदरगाह तक पहुंच प्राप्त हो सकती है।” आपको बता दें, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश और भारत के बीच सीमा पार मार्गों को फिर से शुरू करने की पहल की है, जिसे 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान बंद कर दिया गया था। उस समय बांग्लादेश पाकिस्तान का हिस्सा था और उसे पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था। मुलाकात के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने बांग्लादेशी पीएम के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्ददों पर चर्चा की।