MP NEWS: मध्यप्रदेश के नीमच में एक शख्स जिस तरीके से न्याय मांगने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचा उसे देखकर हर कोई हैरान रह गया। पीड़ित के गले में सैकड़ों पन्नों की माला थी जो उसके शरीर के पीछे तक लटक रही थी और वो नागिन की तरह रोड पर रेंगते हुए आगे बढ़ता हुआ कलेक्ट्रेट पहुंचा। कलेक्ट्रेट में पीड़ित ने अपने पैरों की चप्पल उतारी और अपने सिर पर रखकर बोला- साहब अब तो न्याय दे दो..। बताया जा रहा है कि पीड़ित शख्स बीते पांच साल से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है।
नीमच शहर में जब कलेक्ट्रेट के पास एक शख्स को लोगों ने गले में सैकड़ों पन्नों की माला पहनकर रोड पर नागिन की तरह रेंगता देखा तो वो हैरान रह गए। मोबाइल निकालकर उसके वीडियो बनाने लगे। जिस शख्स का लोग वीडियो बना रहे थे उसका नाम मुकेश प्रजापति है। मुकेश नीमच जिले की सिंगोली तहसील के कांकरिया तलाई पंचायत का रहने वाला है। जो गांव की पंचायत में हुए करोड़ों रूपए के भ्रष्टाचार और दोषियों पर शिकायत की कार्रवाई की मांग को लेकर 5 साल से न्याय की लड़ाई लड़ रहा है।
अर्ध नग्न होकर सैकड़ों ज्ञापनों की माला पहन सड़क से कलेक्टर कार्यालय के मुख्य द्वरा तक लोट लगाते हुए पहुंचे मुकेश प्रजापति ने कलेक्ट्रेट में अपने पैरों की चप्पल उतारकर सिर पर रखी और एक बार फिर शिकायती आवेदन कलेक्टर के नाम देते हुए न्याय की मांग की। अपनी शिकायत में मुकेश ने ग्राम कांकरिया तलाई की पूर्व सरपंच पुष्पा बाई मेघवाल,उसके पति गोविंद मेघवाल द्वरा किये गए अतिक्रमण को हटाने और सरपंच,सचिव व सीईओ सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों पर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए हैं।
मुकेश प्रजापति ने आरोप लगाते हुए बताया कि ग्राम काकरिया तलाई में कच्ची बस्ती से मेन रोड तक और मेन रोड से शमशान तक सीसी रोड निर्माण कार्य कागजों में ही करके 10 लाख रूपए की राशि, हाई स्कूल में दो बिल्डिंग निर्माण कागजों में करके चार लाख रुपए का घोटाला, सामुदायिक भवन बाउंड्री वॉल निर्माण कागजों में कर 50 हजार रुपए का घोटाला, दशा माता चौक तक सीसी रोड निर्माण कागजों में कर डेढ़ लाख रुपए का, नाला निर्माण में चार लाख 66 हजार का घोटाला, देवनारायण मंदिर तक सीसी रोड में 5 लाख का घोटाला, तालाब से मिट्टी निकाल कर बेचने में 25 लाख का घोटाला, गांव के आंतरिक मार्ग सीसी रोड में 27 लाख का घोटाला, मनरेगा योजना में घोटाला, सरकारी ट्यूबवेल पाइपलाइन मोटर हैंड पंप नल जल योजना में लाखों का घोटाला, जमीन के पट्टे देने मामले में लाखों का घोटाला, सरपंच द्वारा शासकीय 10 से 12 बीघा भूमि पर अतिक्रमण, परी लोकेशन टैंक में एक लाख का घोटाला, सहित कई अन्य घोटाले किए हैं।