प्राप्त जानकारी के अनुसार जावद थाना पुलिस ने दो दिन पहले नागौर जिले के खींवसर थानान्तर्गत वेरातल कलां निवासी पप्पूराम पुत्र जयराम जाट व आसूसिंह पुत्र रूपसिंह को दो किलो अफ ीम सहित गिरफ्तार किया था। इसके बाद जावद थाने से आसूसिंह के मोबाइल पर आरोपियों को परिजनों को फ ोन कर बताया गया कि इन्हें दो किलो अफ ीम सहित पकड़ा है। यदि छुड़वाना चाहते हो तो पन्द्रह लाख रूपए लेकर निम्बाहेड़ा पहुंच जाओ। इस सूचना के बाद पप्पू जाट का भाई नेनाराम अपने साथ नानकराज जाट व एक अन्य को लेकर चित्तौडगढ़़ पहुंचा और यहां पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव को पूरी बात बताई। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जिला विशेष टीम के प्रभारी शिवलाल मीणा मय टीम निम्बाहेड़ा पहुंचे, जहां नानकराम ने मोबाइल पर जावद थाना पुलिस से संपर्क किया। बाद में जावद थाने से सिपाही महेन्द्र झाला व एक अन्य दोनों आरोपियों को लेकर निम्बाहेड़ा पहुंचे। जहां जिला विशेष टीम ने एक सिपाही महेन्द्र को डिटेन कर लिया। जबकि दूसरा सिपाही मौके से भाग छूटा। बाद में इस बारे में नीमच पुलिस अधीक्षक को जानकारी दी गई। आरोपियों व सिपाही को नीमच पुलिस अधीक्षक को सौंप दिया। आपको बता दें कि जावद थाना पुलिस ने ही अक्षय गोयल को झूठे एनडीपीएस एक्ट के मामले में फंसाने का काम किया था। जिसमें अभी भी एक सब इंस्पेक्टर सहित चार पुलिसकर्मी निलंबित है और जांच चल रही है। इनकी कुकर्मता के कारण एसपी मनोज कुमार रॉय को सालभर के अंदर अपने स्थानांतरण को झेलना पड़ा है। लेकिन उसके बाद जावद पुलिस का लालच इतना बढ़ गया कि वह अपराध की रक्षा करना तो छोड़ों स्वयं अपराध करने से पीछे नहीं हट रहें हैं।
जल्द होगी गिरफ्तारी
नागौर के पप्पूलाल की शिकायत थी कि उसके भाई को एनडीपीएस एक्ट में छोडऩे के लिए आरक्षक महेंद्र झाला और अनवर खान ने १५ लाख की मांग कर रुपए के साथ निंबाहेड़ा बुलाया था। उनके पास रुपए नहीं थे, उन्होंने चित्तौड़ एसपी को सूचित किया था। इस दौरान चित्तौड़ पुलिस ने मामले में आरक्षक महेंद्र झाला को पकड़ा और साथी अनवर फरार हो गया था। मामले की प्राथमिक रूप से पुष्टि के बाद जावद थाने में दोनों आरक्षक के खिलाफ धारा ३६५, ३२७, ३८४, ३४२, ३४१, ३४ आईपीसी में दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। जल्द उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
– सूरज वर्मा, एसपी नीमच।