दरअसल, पीएम मोदी ने सोशल मीडिया अकाउंट ना तो हैक हुआ और ना ही कुछ गलती से पोस्ट किया गया। उनके अधिकांश फ़ॉलोअर्स को आश्चर्य हुआ कि उनका ट्वीट किस बारे में था। ऐसा इसलिए था क्योंकि गूगल और अन्य ऑनलाइन अनुवादक टेक्स्ट को उनकी भाषाओं में परिवर्तित नहीं कर सकते थे।
क्या थी पीएम मोदी की पोस्ट
बता दें कि प्रधानमंत्री ने 30 जून को मनाए जाने वाले हूल दिवस के अवसर पर आदिवासी समाज के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस ट्वीट से कुछ क्षण पहले प्रधानमंत्री ने हिंदी में अपनी शुभकामनाएं भेजी थीं। पीएम ने लिखा कि हूल दिवस हमारे आदिवासी समाज के अप्रतिम साहस, संघर्ष और बलिदान को समर्पित एक महान अवसर है। इस पावन दिवस पर सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो जैसे जनजातीय वीर-वीरांगनाओं को मेरी आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। ब्रिटिश साम्राज्य के अत्याचार के खिलाफ उनके स्वाभिमान और पराक्रम की कहानियां देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणास्रोत बनी रहेंगी।
मन की बात में भी किया जिक्र
मन की बात के 111वें एपिसोड में मोदी ने आदिवासी समुदाय द्वारा मनाए जाने वाले ‘हुल दिवस’ के बारे में बात की। पीएम मोदी ने कहा, “यह दिन वीर सिद्धू और कान्हू के साहस से जुड़ा है, जिन्होंने विदेशी शासकों के अत्याचारों का डटकर विरोध किया।” 1857 में भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम से दो साल पहले 1855 में वीर सिद्धू और कान्हू के नेतृत्व में हजारों संथाली लोगों ने ब्रिटिश शासकों के खिलाफ हथियार उठाए थे।