राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “पश्चिम बंगाल के एक मंत्री के करीबी दोस्त के घर से 21 करोड़ रुपये नगद और सोना ED ने बरामद किया है। इस व्यक्ति की वहां की मुख्यमंत्री ममता जी ने काफी बार प्रशंसा भी की है। कल तक ये पता नहीं था कि अच्छा काम क्या था?”
उन्होंने आगे कहा, “बंगाल में पैसे की लूट मची हुई है। वहां एजेंसियां भ्रष्टाचार को उजागर कर रही हैं, लेकिन उन पर लंबे समय से आरोप लगाए जा रहे हैं। साथ ही कहा कि ममता बनर्जी मल्टी पार्टी कैंपन करके एजेंसियों को बदनाम करने की कोशिश कर रही थीं। उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा था। इतना ही नहीं, इस पूरे खेल को छुपाने की कोशिश की जा रही थी।” राजीव ने आगे कहा, “बंगाल में चोर मचा रहे हैं शोर। दरअसल, ये शोर इसलिए मचाया जा रहा है कि उनकी चोरी का एविडेंस लोगों तक न पहुंचे। इसके साथ ही जांच एजेंसियों को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।”
इस मुद्दे पर बीजेपी नेता डॉ सुकांत मजूमदार ने अपने ट्वीट में कहा, “हाल ही में ममता बनर्जी ने एक कार्यक्रम में पार्थ चटर्जी के करीबी की तारीफ की थी। कल उनके आवास परिसर से 20 करोड़ रुपये नकद मिले थे। क्या यह घोटालों से इस पैसे को जमा करने में उसकी सहमति और संलिप्तता नहीं दिखाता है? सच अब सामने आ रहा है।”
बीजेपी आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय और बंगाल में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने भी ट्वीट कर ममता पर हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्वीट में ममता बनर्जी पर ये आरोप लगाया कि वे पार्थ चटर्जी के द्वारा किए जा रहे घोटाले के बारे में जानती थीं। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “”हाल ही में खुले मंच से ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी की तारीफ की थी, जिनके घर से ईडी ने 20 करोड़ की एक छोटी राशि जब्त की। ममता उन्हें और उनके द्वारा किए जा रहे “अच्छे काम” के बारे में जानती थीं। कोई गलती न करें, पार्थ अपनी मर्जी से घोटाला नहीं कर रहा था..”
वहीं, इस मामले में बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने कहा कि ‘टीएमसी चोर पार्टी है’ और बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल अब चोरों का राज्य बन गया है। उन्होंने पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के भतीजे अभिषेक बनर्जी पर राज्य में हुए लगभग हर घोटाले का हिस्सा होने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “जो लोग सोचते हैं कि ममता बनर्जी एक ईमानदार महिला हैं, मैं उन सभी को बताना चाहता हूं कि ममता चोरों की डकैत रानी बन गई हैं। 2009 और 2022 की ममता में बहुत बड़ा अंतर है। उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के पास कम से कम 50,000 करोड़ रुपये हैं, वह कई घोटालों में शामिल हैं।”
बता दें, स्कूल सेवा आयोग (SSC) के तहत शिक्षा विभाग में ग्रुप सी और डी की भर्तियों में हुए घोटाले को लेकर राज्य सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है। ईडी की टीम ने पार्थ चटर्जी की नजदीकी अर्पिता मुखर्जी के घर से अब तक 21 करोड़ रुपए कैश बरामद किए हैं। ईडी को शक है कि 20 करोड़ हो ना हो वहीं पैसे हों जो टीचर की नौकरी देने के बदले वसूले गए।