महत्वपूर्ण मोड़ पर है भारतीय वायरलेस सेक्टर
भारतीय वायरलेस सेक्टर इस समय एक गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है। वोडाफोन आइडिया (VIL) ने 30 सितंबर, 2024 को समाप्त होने वाली दूसरी तिमाही के लिए अपने वित्तीय परिणाम जारी किए। घोषणा के बाद, वोडाफोन आइडिया के सीईओ अक्षय मुंद्रा ने टिप्पणी की कि कंपनी बीएसएनएल के मुकाबले ग्राहकों के घाटे में उलटफेर देख रही है। उन्होंने कहा कि यह बदलाव सरकारी दूरसंचार कंपनी द्वारा पेश किए जाने वाले नेटवर्क अनुभव में सुधार के कारण हुआ है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय वायरलेस सेक्टर एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है, जो नई तकनीकों में निवेश की आवश्यकता को संतुलित करते हुए टैरिफ को किफायती बनाए रखता है।
अधिक डेटा के उपयोग के लिए करना होगा अधिक भुगतान!
अक्षय मुंद्रा ने बताया कि नई तकनीकों और डेटा सेवाओं के विकास को समर्थन देने के लिए बड़े निवेश की आवश्यकता है। हालांकि, यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी क्षेत्रों के लोगों को मोबाइल कनेक्टिविटी तक पहुंच प्राप्त हो, किफायती टैरिफ बनाए रखना भी आवश्यक है। उनके अनुसार, यह तभी हासिल किया जा सकता है जब अधिक डेटा का उपयोग करने वाले ग्राहक अधिक भुगतान करने को तैयार हों, जिससे उद्योग को अपनी निवेश लागतों की भरपाई करने में मदद मिले। इसलिए, उद्योग को अपने पूंजीगत व्यय की वसूली सुनिश्चित करने के लिए टैरिफ को और अधिक समायोजित करने की आवश्यकता है।