अगले साल के अंत तक होगी चालू
अधिकारियों के अनुसार, वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का पहला प्रोटोटाइप मार्च तक तैयार होने की उम्मीद है और इनका परीक्षण रन अप्रैल से शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य अगले साल के अंत तक ट्रेन को चालू करने का है।
दो घंटे के समय की होगी बचत
आईसीएफ (चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री) में डिजाइन किए जा रहे वंदे भारत (वीबी) स्लीपर कोच यात्रा के समय में दो घंटे की कटौती करेंगे। इस प्रकार भारतीय रेलवे में वर्तमान में किसी भी अन्य ट्रेन की तुलना में गंतव्य स्टेशन तक तेजी से पहुंचेंगे।
दिल्ली-मुंबई या दिल्ली-हावड़ा रूट पर होगी शुरुआत
स्लीपर वंदे भारत ट्रेन रात भर की यात्रा वाले मार्गों पर संचालित होगी। इसका पहला मार्ग ट्रंक मार्गों (दिल्ली- मुंबई, दिल्ली- हावड़ा) में से किसी एक पर होगा और इसे अप्रैल तक पूरा करने का लक्ष्य है।
इन सुविधाओं से लैस होगी ट्रेन
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि लोगों को उनके ऑफिस में समय बिताने के बाद ट्रेन की यात्रा को आरामदायक बनाने की तैयारी कर रहे हैं। इस ट्रेन में 16 कोच होंगे। इसमें 3 टियर, 2 टियर और 1AC के कोच होंगे। उन्होंने आगे बताया कि बर्थ, एयर डक्ट, केबल डक्ट, वॉशरूम के डिजाइन पर काम जारी है।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में खूबियां भरमार
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में खूबियां की भरमार देखने को मिलेगी। इसके कोच स्टेनलेस स्टील के होगे, इसलिए यह हल्के और मजबूत हैं। फिलहाल वंदे भारत के कोच वतानुकुलित हैं। रफ्तार की बात करे तो इसकी अधिकतम स्प्रीड 160 से 200 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी। कोच में मेट्रो की तरह ऑटोमेटिक दरवाजे लगे हैं। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर ट्रेन के रुकने पर ही दरवाजे खुलते हैं।