तरक्की और कर्ज से मक्ति पाने के लिए बच्चे की बलि
यूपी के हाथरस के डीएल पब्लिक स्कूल में एक 11 साल एक बच्चे का सितंबर महीने में शव स्कूल प्रबंधक की गाड़ी में मिला। इसके बाद पुलिस ने बच्चे की हत्या के आरोप में स्कूल प्रबंधक दिनेश बघेल और उसके पिता यशोदन समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अब इस केस में ये बात निकल कर सामने आ रही है कि स्कूल प्रबंधक का पिता यशोदन तांत्रिक था और उसने स्कूल की तरक्की और कर्ज से निजात पाने के लिए बच्चे की बलि देने का फैसला लिया था।
NCRB ने मानव बलि पर दिया ये डेटा
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, साल 2022 में देश में मानव बलि के कुल 8 मामले सामने आए थे। साल 2014 से 2022 के आंकड़ो पर नजर डालें तो ये संख्या 111 है। ये तो वो नंबर हो गए जिसमें मानव बलि दी गई। इसके अलावा कई मामले ऐसे भी होते हैं जिनमें जादू-टोने की शक में लोगो को मार दिया जाता है। आइए उन मामलों पर एक नजर डालते हैं। NCRB के आंकड़े बताते हैं कि साल 2022 में 85 वहीं साल 2021 में 68 थी लोगों की जान गई। DW की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2013 से 2022 तक जादू टोने की वजह से कुल 1064 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, जैसे राज्यों में महिलाओं को डायन बता कर मार देने की घटनाएं सबसे ज्यादा देखी गईं हैं।