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सम्मेद शिखरजी मामले पर केंद्र ने जैन समुदाय की मांग मानी, विरोध के बाद टूरिज्म गतिविधियों पर लगी रोक

केंद्र सरकार ने जैन समुदाय की मांग को मान ली है, जिसके बाद फैसला किया है कि अब सम्मेद शिखर पर्यटन क्षेत्र नहीं होगा। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने झारखंड सरकार को इको टूरिज्म एक्टिविटी पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।

Jan 05, 2023 / 07:37 pm

Abhishek Kumar Tripathi

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Sammed Shikhar will not be a tourist area

झारखंड में स्थित जैन तीर्थ सम्मेद शिखर को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है। पहले गुरुवार यानी आज केंद्रीय कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र यादव ने जैन समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग किया, जिसके बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि “जैन समाज को आश्वासन दिया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने सम्मेद शिखर सहित जैन सभी धार्मिक स्थलों पर उनके अधिकारों की रक्षा और संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। सम्मेद शिखर पारसनाथ वन्यजीव अभयारण्य और तोपचांची वन्यजीव अभयारण्य के पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र में आता है। इसके बाद उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना को शेयर किया, जिसमें भी पर्यटन और इको टूरिज्म गतिविधि पर पर रोक लगाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
https://twitter.com/byadavbjp/status/1610972673252950019?ref_src=twsrc%5Etfw
अब किन चीजों की सम्मेद शिखर के आसपास रहेगी पाबंदी?
केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट करते हुए ज्ञापन को भी शेयर किया है, जिसमें बताया गया है कि पारसनाथ वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र पर शराब सहित अन्य नशीले पदार्थों बिक्री, तेज संगीत बजाना, लाउडस्पीकर का यूज करना, प्रकृति को नुकसान पहुंचाने वाले काम करना, कैंपिंग, ट्रैकिंग और प्रकृति को नुकसान पहुंचाने वाले काम करने की अनुमति नहीं होगी। इसमें इन नियमों का कड़ाई से पालन करने के लिए कहा गया है।

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सम्मेद शिखर की पवित्रता के लिए सरकार ने उठाया ठोस कदम
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने खुशी जताई। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से कहा कि “जैनधर्म ने समाज कल्याण, मानवता व आध्यात्मिक चेतना के पुनर्जागरण में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। मैंने खुद इसे नजदीक से अनुभव किया है। मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार ने पावन तीर्थ ‘सम्मेद शिखर जी’ की पवित्रता को बनाए रखने की दिशा में ठोस कदम उठाया है।”
 
https://twitter.com/narendramodi?ref_src=twsrc%5Etfw
सम्मेद शिखरजी का महत्व
ऐसी मान्यता है कि इस पुण्य क्षेत्र में जैन धर्म के 24 में से 20 तीर्थंकरों ने मोक्ष की प्राप्ति हुई है। पवित्र पर्वत के शिखर तक श्रद्धालुओं को पहुंचने के लिए नौ किलोमीटर की यात्रा करना पड़ता है।

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