एसडीआरएफ ने सभी श्रमिकों के लिए कंप्रेशर से चना, बादाम, बिस्कुट, ओआरएस, ग्लूकोस सहित कुछ दवाइयां पहुंचाई है। कमान्डेंट एसडीआरएफ खुद मौके पर राहत और बचाव कार्यो का नेतृव कर रहे हैं। फिलहाल राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। मशीन से ड्रिलिंग की जा रही है। 900 मिलीमीटर व्यास के पाइप और ऑगर ड्रिलिंग मशीन साइट पर पहुंच गई है।
12 नवंबर को डह गई थी सुरंग
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग 12 नवंबर को सुबह लगभग 5 बजे ढह गई। सबसे पहले सिलक्यारा वाले मुहाने से 230 मीटर अंदर मलबा गिरा। इसके बाद 30 से 35 मीटर हिस्से में अचानक बहुत भारी मलबा गिर गया। इसके बाद से ही सुरंग के अंदर काम कर रहे 40 मजदूर अंदर फंसे हैं।
नहीं बिछी थी ह्यूम पाइप
सिलक्यारा सुरंग में चल रहे निर्माण में लापरवाही यह रही कि इसके संवेदनशील हिस्से में ह्यूम पाइप नहीं बिछे थे। सिलक्यारा सुरंग के अंदर ह्यूम पाइप बिछे होते, तो अब तक सभी लोग सुरक्षित बाहर आ चुके होते।
अलर्ट पर अस्पताल
सिलक्यारा सुरंग में अनहोनी की आशंका में छह बेड का अस्थाई अस्पताल पास में ही तैयार किया गया है। सीएमओ डॉ.आरसीएस पंवार सहित कई चिकित्सकर्मियों को तैनात किया गया है। आक्सीजन सिलेंडर और दस एंबुलेंस भी सुरंग के पास ही तैनात हैं।
यहां के हैं ये मजदूर…
झारखंड के 15 मजदूर हैं
उत्तरप्रदेश के 8 मजदूर हैं
ओडिशा के 5 मजदूर हैं
पश्चिम बंगाल के 4 मजदूर हैं
बिहार के 3 मजदूर हैं
उत्तराखंड के 2 मजदूर हैं
असम के 2 मजदूर हैं
हिमाचल का 1 मजदूर हैं