एएलएच ध्रुव और तेजस नहीं होंगे शामिल
भारतीय वायुसेना के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि इस बार एएलएच ध्रुव को अभी भी जमीन पर ही रखा गया है और इसका इस्तेमाल फ्लाईपास्ट के लिए नहीं किया जाएगा। इसके अलावा तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट को भी इससे बाहर रखा गया है। बताया जा रहा है कि सिंगल-इंजन कॉन्फ़िगरेशन के कारण तेजस को परेड में शामिल नहीं किया गया है। बता दें कि तेजस पहले भी गणतंत्र दिवस परेड के ऊपर से उड़ान भर चुका है।
देश के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमान फ्लाईपास्ट में लेंगे हिस्सा
इस बार भारत के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमान और IAF के शस्त्रागार में मौजूद बहुमुखी मशीनें जैसे कि मिग-29, राफेल, सुखोई-30, जगुआर, अपाचे, C-130, C-295 और C-17 फ्लाईपास्ट में हिस्सा लेंगे। इस सिंक्रोनाइज्ड फ्लाईपास्ट में डोफ हौज, बाज, अजय, सतलुज, अर्जन, नेत्र और भीम जैसे अन्य विमानों की कोरियोग्राफी की जाएगी। 40 विमान दिखाएंगे वायुसेना की ताकत और क्षमता
78वां गणतंत्र दिवस परेड के लिए भारतीय वायुसेना द्वारा की गई व्यापक तैयारियों के बारे में विंग कमांडर मनीष शर्मा ने कहा कि इस वर्ष 40 विमान कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस फ्लाईपास्ट में भाग लेंगे, जो भारतीय वायुसेना की ताकत और क्षमता का प्रदर्शन करेंगे। फ्लाईपास्ट के अलावा, भारतीय वायुसेना की मार्चिंग टुकड़ी कर्तव्य पथ पर अपनी अदम्य भावना का प्रदर्शन करेगी। स्क्वाड्रन लीडर महेंद्र सिंह के नेतृत्व में मार्चिंग टुकड़ी में कुल 148 वायुसेना कर्मी हिस्सा लेंगे।
लड़ाकू जेट, विमान और हेलीकॉप्ट आसमान में दिखाएंगे करतब
गणतंत्र दिवस परेड भारत की सैन्य ताकत को प्रदर्शित करती है और इसकी समृद्ध विरासत का सम्मान करती है, जिसमें फ्लाईपास्ट परेड के सबसे भव्य क्षणों में से एक होता है। लड़ाकू जेट, परिवहन विमान और हेलीकॉप्टरों को एकदम सही तालमेल के साथ आसमान में उड़ते देखना दर्शकों में गर्व और देशभक्ति की भावना पैदा करता है।