गौरतलब है कि झारखंड से लेकर राजस्थान तक हुई छापेमारी में इस नए आतंकी मॉडयूल का पता लगा है। राजस्थान के अलवर जिले के भिवाड़ी में स्थित एक जंगल में भी आतंकी प्रशिक्षण कैंप बनाए हुए थे। दिल्ली पुलिस ने 6 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया था। यह लोग जंगल में एक पहाड़ी पर हथियार चलाने की ट्रेनिंग ले रहे थे।
रेडियोलॉजिस्ट बना रहा था रेडिकल
दिल्ली पुलिस ने बताया है कि रेडियोलॉजिस्ट डॉ. इश्तियाक रांची और हजारीबाग के कई हॉस्पिटल और क्लिनिक में सेवा देता था। एक्यूआईएस के ‘रांची रैडिकल ग्रुप’ से उसने जिन लोगों को जोड़ा था। उनके ब्रेनवॉश के लिए वह उन्हें कई तरह के लिटरेचर और तकरीरें उपलब्ध कराता था। उसने चार लोगों को ट्रेनिंग के लिए राजस्थान भेजा था। वहां से लौटने के बाद उन्हीं की निगरानी में रांची में ट्रेनिंग कैंप चलाने की तैयारी थी।
दिल्ली पुलिस ने शुरू की निशानदेही
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने रांची से डॉ. इश्तियाक, हजारीबाग से मो. फैजान के अलावा राजस्थान से इनामुल अंसारी, शाहबाज अंसारी, मोतिउर्ररहमान और अल्ताफ अंसारी को 22 अगस्त को गिरफ्तार किया था। स्पेशल सेल ने इन्हें रिमांड पर लिया है और इसी दौरान उन्हें रांची लाकर उनकी निशानदेही पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। टीम रांची के चान्हो में एक मदरसे में भी पहुंची और आसपास के लोगों से पूछताछ की। एसएनसी/एससीएच