सीजेआई चंद्रचूड़ ने किया सम्मानित
प्रज्ञा का अभिनंदन करने के बाद सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि हम जानते हैं कि प्रज्ञा ने यह कमाल अपने दम पर किया है। अब हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उसे जिस भी चीज की जरूरत है, उसे प्राप्त करने में वह सफल हो। हम उम्मीद करते हैं कि वह देश की सेवा करने के लिए अपने देश वापस आएगी। उन्होंने कहा कि वह जो भी करेगी, उसमें उत्कृष्टता हासिल करेगी। वह 1.4 अरब लोगों के सपनों को अपने कंधों पर बहुत आसानी से ले जाएगी और उन्हें पूरा कर अपने देश वापस आएगी।
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने उन्हें भारतीय संविधान पर केंद्रित तीन पुस्तकें उपहार में दीं और प्रज्ञा ने इस पर दोनों हाथ जोड़ कर अभिवादन किया। इन किताबों पर शीर्ष अदालत के सभी न्यायाधीशों ने अपने हस्ताक्षर भी किए। सीजेआई चंद्रचूड़ ने कुक सामल और उनकी पत्नी को शॉल भेंट की। साथ ही अन्य न्यायाधीशों ने भी प्रज्ञा को उसके भविष्य के लिये शुभकामनाएं दीं।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ मेरी प्रेरणा- प्रज्ञा
प्रधान न्यायाधीश और अन्य न्यायाधीशों के स्नेहपूर्ण व्यवहार से अभिभूत 25 वर्षीय वकील प्रज्ञा ने कहा कि चंद्रचूड़ उनके लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने कहा कि अदालत की सुनवाई की लाइव स्ट्रीमिंग से हर कोई न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ को बोलते हुए देख सकता है। वह युवा वकीलों को प्रोत्साहित करते हैं और उनके शब्द रत्नों की तरह हैं। वह मेरी प्रेरणा हैं।