पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए कुरियर कंपनी के पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो उन्हें पता चला की ये आरोपी पिछले 15 दिन से रेकी कर रहे थे। उन्होंने सीसीटीवी कैमरे में देखा कि एक आरोपी सुबह चाय की दुकान के बाहर खड़ा था और चाय पी रहा था। इसके बाद पुलिस ने पहले चाय की दुकान के मालिक से पूछताछ की तो पता चला कि उसने पेटीयम के माध्यम से डिजिटल पेमेंट किया।
चाय की दुकान में आरोपी के द्वारा किए गए ट्रांजेक्शन के बारे में पुलिस ने जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने पेटीएम मुख्यालय से संपर्क किया, जहां से उन्हें एक आरोपी का मोबाइल नंबर मिला। आरोपी नजफगढ़ का रहने वाला था, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को ट्रैक करते हुए नजफगढ़ पहुंची और उन्हें पकड़ लिया।
डीसीपी चौहान ने बताया कि लूटे हुए आभूषण का अनुमानित मूल्य लगभग 4 करोड़ रुपए था, जो मुंबई, अहमदाबाद, सूरत सहित अन्य स्थानों से प्राप्त हो गया है। शिकायतकर्ता ने बताया है कि उन्हें नियमित रूप से गहनों के ऑर्डर मिलते हैं, जो सुरक्षित प्रक्रिया के जरिए पूरे भारत में पहुंचाया जाता है।