1. यह दुनिया का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर है। इसे बनाने में 5400 करोड़ रुपये की लागत आई है। यह लेटेस्ट सुविधाओं से लैस है।
2. इस कन्वेंशन सेंटर के बनने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 500 लोगों को रोजगार मिलेगा।
3. यशोभूमि को स्टेट ऑफ द आर्ट वर्ल्ड क्लास एग्जीबिशन कम कन्वेंशन सेंटर के विजन पर विकसित किया गया है।
4. यशोभूमि में नेशनल और इंटरनेशनल लेवल की मीटिंग, कांफ्रेंस, एग्जीबिशन और ट्रेड शो के लिए कई वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मिलेंगी।
5. इस वर्ल्ड लार्जेस्ट कन्वेंशन सेंटर में हर साल 100 से ज्यादा बैठकें होंगी। इसमें लगभग एक साथ 800 लोग बैठकर मीटिंग कर सकते हैं।
6.यशोभूमि में मेन हॉल, ग्रैंड बॉलरूम सहित 15 कन्वेंशन रूम और 13 मीटिंग हॉल हैं। जब यह बनकर तैयार हो जाएगा तो इसमें एक साथ 11,000 लोग आसानी से बैठ सकेंगे।
7.यशोभूमि कुल 221.37 एकड़ में बन रहा है। इसे बनाने में केंद्र सरकार कुल 25,703 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। इसे दो चरणों में बनाया जा रहा है। इसके पहले चरण की लागत 5400 करोड़ है।
8.दूसरे चरण में तीन एग्जीबिशन कंप्लैक्स, होटल, रिटेल और ऑफिस बनाए जाएंगे। इस सेंटर में 34808 गाड़ियों के पार्किंग की सुविधा है। इसमें 28608 इंडोर पार्किंग और 6200 आउटडोर पार्किंग की क्षमता है।
9.इस कन्वेंशन सेंटर के मुख्य सभागार को 73 हजार वर्ग मीटर में बना हुआ है। साथ ही अनोखी पंखुड़ी वाला अनोखा वॉलरूम भी बना हुआ है।
10.इस कन्वेंशन सेंटर को पूरी तरह से तैयार होने में मार्च 2025 तक का समय लगेगा, लेकिन उससे पहले चरणबद्ध तरीके से इसे आयोजनों के लिए खोला जाएगा।कभी मां से मिले 5001 रुपये तो, कभी चीतों को छोड़ा, जानिए 10 साल में पीएम मोदी ने कैसे मनाया अपना जम्मदिन?