मेडिकल कॉलेज ( Medical College ) में एक साथ इतने सारे छात्रों के संक्रमित पाए जाने हड़कंप मच गया। दरअसल कोरोना मामले कम होने के बाद देशभर के राज्यों में स्कूल-कॉलेज खोले गए, लेकिन अब कई इलाकों से बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को संक्रमित होने की खबरें सामने आ रही हैं।
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भारत में तेजी से पैर पसार रहा Omicron, 4 दिन में पांच राज्यों से 21 मामले आए सामने, दोनों डोज लेने वाले भी संक्रमित देश के दक्षिण राज्य तेलंगाना से डराने वाली खबर सामने आई है। यहां के बोम्मकल में स्थित चालमेडा आनंदराव इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के 43 स्टूडेंट कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। यह जानकारी करीमनगर के डिस्ट्रिक्ट मेडिकल हेल्थ ऑफिसर ने दी है। बता दें कि इससे पहले कर्नाटक औऱ आंध्रप्रदेश समेत अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राओं के कोरोना से संक्रमित पाए जाने की खबरें सामने आ चुकी हैं।
खास बात यह है कि देश में चार दिन में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 21 मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में भारत में ओमिक्रॉन का खतरा लगातार बढ़ रहा है। इस बढ़ते खतरे के बीच बड़ी संख्या में बच्चों का संक्रमित पाया जाना चिंता बढ़ाने वाला है।
बता दें कि हाल में कर्नाटक के धारवाड़ में एसडीएम कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल के करीब 182 लोगों में कोरोना संक्रमण होने की पुष्टि हुई थी। संक्रमित होने वालों में ज्यादातर स्टूडेंट्स हैं। दरअसल ये संक्रमण फैलने के पीछे सबसे बड़ा कारण कॉलेज की ओर से आयोजित किया गया एक कार्यक्रम बताया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले ज्यादातर बच्चों में कोरोना सकारात्म पाया गया। हालांकि इसके बाद प्रशासन सकते में आया और तुरंत एक्शन लेते हुए कॉलेज का छात्रावास सील कर दिया गया। यह भी पढ़ेँः
भारत में Omicron Variant का एक और केस आया सामने, साउथ अफ्रीका से इस राज्य में लौटा संक्रमित शख्स इस कार्यक्रम में कुछ छात्रों के माता-पिता भी शामिल हुए थे, जिसे देखते हुए अधिकारियों ने कार्यक्रम में शामिल हुए सभी माता-पिता को भी जांच कराने के लिए कहा था। इसके अलावा ओडिशा में भुवनेश्वर से लगभग 60 किलोमीटर दूर ढेंकनाल कस्बे के कुंजकांता में स्थित सैकरूपा आवासीय कॉलेज में 53 छात्रों के संक्रमित पाए गए थे। यहां भी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया था। हालांकि प्रशासन ने मुस्तैदी से कड़े कदम उठाते हुए संपर्क में आने वालों की भी जांच शुरू कर दी थी। वहीं निगम प्रशासन ने इसे अनिश्चिकाल के लिए सील कर दिया था।