संदिग्ध दस्तावेज बरामद
NIA की जांच में सामने आया है कि आरोपी आतंकी पाकिस्तान में बैठे जैश कमांडर को गुप्त सूचना, विशेष रूप से सैनिकों और सुरक्षा बलों की आवाजाही के बारे में बता रहा था। यह आतंकी एक प्रकार से रेकी कर इन्फोर्मेशन जुटा कर बॉर्डर पार भेजता था। जहां से भारत में तबाही मचाने का प्लान तैयार किया जा रहा था।
NIA ने आरोपी के पास से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में उसकी संलिप्तता को लेकर कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं। एनआईए को खुफिया जानकारी मिली थी कि ड्रोन के जरिए बम धमाका करने के लिए सामाग्री भेजी गई है। इसके बाद से ही खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर थीं। इस मामले में एनआईए को आज बड़ी कामयाबी हासिल हुई है।
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भारत को बदनाम करना था मकसद
भारत में G-20 सम्मिट होने वाला है। यह बात पड़ोसी देश पाकिस्तान को अच्छा नहीं लग रहा है। ऊपर से भारत अपने देश के उस हिस्से में इस समिट की मीटिंग कराने का प्लान कर रहा था, जिस पर पाकिस्तान अपना दावा करता है। यानी भारत पाकिस्तान के छाती पर मूंग दररने ने का काम कर रहा था। इसीलिए इस मीटिंग से पहले कई तरह की साजिशें रची जा रही थी।
जिसे भारत के सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे और भारत की बदनामी हो। लेकिन भारत की खुफिया एजेंसी अलर्ट मोड पर थी और समय रहते उन्होंने इस आतंकी को गुलमर्ग से पकड़ लिया जो मीटिंग के दौरान 26/11 जैसी घटना दोहराने का प्लान बना रहा था।