पार्षद से लेकर सीएम तक का सफर…
बता दें कि देवेंद्र फडणवीस के पिता गंगाधर फडणवीस बीजेपी के प्रमुख नेता थे। वे कई वर्षों तक विधान परिषद के सदस्य रहे, उनके निधन के बाद खाली हुई सीट पर नितिन गडकरी निर्वाचित हुए।
देवेंद्र फडवीस 30 साल से अधिक समय से राजनीति में सक्रिय है। छात्र जीवन में देवेंद्र फडणवीस ABVP से जुड़े हुए थे। 1992 में फडणवीस पहली बार 22 साल की उम्र में नागपुर निगम निगम में पार्षद बने। यहीं से उन्होंने अपना राजनीतिक सफर की शुरुआत की। इसके बाद जल्द ही 1997 में वह नागपुर के महापौर भी रहे। देवेंद्र फडणवीस ने नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) की उंगली पकड़कर राजनीति में चलना शुरू किया लेकिन बाद में बीजेपी में बदलते समीकरणों को देखते हुए अपना पासा बदल लिया और गोपानीथ मुंडे के साथ चले गए। इसी ग्रुप में रहकर 2013 में फडणवीस महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष बने। फडणवीस 1999 से लगातार पांच बार महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य चुने गए। इसके बाद में 2014 में मुख्यमंत्री भी बने। 2019 से 2022 तक वे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे और फिर इसके बाद महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने के बाद वे डिप्टी सीएम बने। अब फडणवीस महाराष्ट्र के नए सीएम बनेंगे।
2019 में दिया था ये बयान
बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस का साल 2019 में दिया एक बयान सोशल मीडिया पर छाया रहता है। इस बयान में उन्होंने कहा था कि ‘मैं समंदर हूं लौट कर आऊंगा।’ बता दें कि फडणवीस का पीएम मोदी से अच्छे रिश्ते है इसके अलावा आरएसएस से भी उनके अच्छे संबंध है।