बांग्लादेश में भारतीय मछुआरों को डंडे से पीटा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश की जेल से रिहा हुए 95 भारतीय मछुआरों का सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार ने 94 भारतीय मछुआरों को 10-10 हजार रुपए दिए और ट्रॉलर से कूदकर जान गंवाने वाले मछुआरे के परिवार को दो लाख रुपए दिए। भारत-बांग्लादेश के बीच कैदियों की अदला-बदली के तहत इन्हें छोड़ा गया। सभी पश्चिम बंगाल के हैं। गंगासागर में आयोजित अभिनंदन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश में कुछ भारतीय मछुआरों को डंडों से पीटा गया। मैंने देखा कि बांग्लादेश से लौटे मछुआरे क्यों तकलीफ में हैं। पूछने पर पता चला कि कुछ के हाथ रस्सियों से बंधे हुए थे और पैरों पर डंडों से मारा गया। उन्हें कमर से नीचे तक चोटें लगी हैं। उन लोगों ने मुझे रोते हुए आपबीती बताया। मैं कलक्टर से उनकी उचित चिकित्सा मुहैया कराने को कहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस और अन्य के माध्यम से हमें पता चला कि गलती से बांग्लादेश सीमा में जाने के बाद मछुआरे लापता हो गए। बाद में उनकी गिरफ्तारी की खबर मिली। दोनों देश एक दूसरे के संपर्क में थे और कानून की मदद से उन्हें जेल में रखने की व्यवस्था की गई। आज वे परिवार के साथ हैं और उनके परिवार मुस्कुरा रहे हैं लेकिन, पिछले दो महीनों से इनको लेकर अनिश्चितता बनी हुई थी। अब से बंगाल के मछुआरे समुद्र में मछली पकड़ते समय सीमा पार नहीं करें।