2 भारत को आजादी मिलने के 14 साल बाद गोवा को पुर्तगाली शासन से आजादी मिली थी। इसके लिए भारतीय सशस्त्र बलों ने संयुक्त कार्रवाई की थी।
3 भारतीय सेनाओं ने 19 दिसंबर, 1961 को ‘ऑपरेशन विजय’ के तहत पुर्तगालियों को गोवा से जाने पर मजबूर किया गया था।
4 19 दिसंबर, 1961 ऐतिहासिक दिन को सम्मान से गोवा मुक्ति दिवस के रूप में मनाते हैं।
5 आजादी के 14 साल बाद 1962 में गोवा भारत का हिस्सा बना। पणजी को गोवा की राजधानी बनाई गई।
6 मार्च 1510 में अलफांसो-द-अल्बुकर्क के नेतृत्व में गोवा पर पुर्तगालियों ने सबसे पहले हमला किया था।
7 गोवा को मुक्त कराने के लिए यूसुफ आदिल खां ने पुर्तगालियों पर हमला किया। जिसके बाद पुर्तगाली घबरा कर भाग गए।
8 18 दिसंबर, 1961 को 36 घंटे तक सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन विजय चला। इसमें भारतीय वायु सेना, नौसेना और भारतीय सेना ने मिलकर हमला किया था।
9 पुर्तगालियों से भारत को आजाद कराने के बाद अल्बुकर्क ने इस पर फिर से कब्जा जमा लिया। 1809-1815 के बीच नेपोलियन ने पुर्तगालियों पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद 1947 तक गोवा अंग्रेजों के कब्जे में रहा। साल 1961 में भारत का हिस्सा बना।
10 हालांकि गोवा अपना स्थापना दिवस 30 मई, 1987 को मनाता है।
11 गोवा में चुनाव के बाद 20 दिसंबर, 1962 को श्री दयानंद भंडारकर गोवा के पहले मुख्यमंत्री चुने गए।
12 गोवा को आजादी मिलने के बाद महाराष्ट्र में विलय की बात की गई। क्योंकि गोवा महाराष्ट्र के पडोस में था। हालांकि 1967 में जनमत संग्रह के बाद केंद्र शासित प्रदेष के रूप में रहना पसंद किया। इस प्रकार गोवा देश का 25वां राज्य बना गया।