ये यात्रा करीब 8 हजार किलोमीटर तक की होगी जो देश के 8 राज्यों (यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश) के साथ ही नेपाल को कवर करेगी।
–इस ट्रेन में करीब 600 यात्री 3rd ऐसी में यात्रा कर सकते हैं। इसके अलावा सुरक्षा के भी सख्त इंतजाम किये गए हैं।
–आईआरसीटीसी टूर मैनेजर हमेशा ट्रेन के अंदर मौजूद रहेंगे। प्रत्येक कोच के लिए CCTV कैमरें होंगे और सुरक्षा गार्ड भी तैनात होंगे ।
–केवल स्वादिष्ट शाकाहारी भोजन की खास व्यवस्था होगी। सभी खास जगहों पर घुमाने के लिए बसों की सुविधा और रात बिताने के लिए होटल रूम की व्यवस्था होगी।
–सभी सुविधाओं के साथ प्रति व्यक्ति पैकेज की कीमत 62 हजार 320 रुपये रखी गई है। वहीं, 5-11 साल के बच्चों का टिकट 56,700 रुपये है।
राम मंदिर निर्माण में गर्भगृह ले रहा आकार, एक एक कर जोड़ी गई 45 शिला
भगवान राम के जीवन से जुड़ी इन जगहों के होंगे दर्शनरामायण एक्सप्रेस के जरिए भक्तों को देश के 8 राज्यों में स्थित दर्जनभर तीर्थ स्थलों के दर्शन कराए जाएंगे। इस यात्रा की शुरुआत दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन से होगी। इसका पहला पड़ाव भगवान राम का जन्मस्थल अयोध्या होगा। इसके बाद बिहार के बक्सर, फिर सीतामढ़ी जाएगी। यहाँ से बस से यात्री नेपाल के जनकपुर जाएंगे। इसके बाद वापसी कर सीतामढ़ी से ट्रेन वाराणसी, प्रयागराज, श्रींगवेरपुर, चित्रकूट, नासिक, हम्पी, रामेश्वरम, कांचीपुरम और भद्राचलम (दक्षिण का आयोध्या) जाएगी।
इन मंदिरों और दार्शनिक स्थलों के कराए जाएंगे दर्शन
अयोध्या: यहाँ भक्तों को राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी, सरयू घाट के दर्शन करने को मिलेंगे।
नंदीग्राम: यहाँ भक्त भारत-हनुमान मंदिर और भरत कुण्डी जाएंगे।
जनकपुर: यहाँ भक्त राम-जानकी मंदिर के दर्शन करेंगे।
सीतामढ़ी: सीतामढ़ी और पुनौरा धाम में जानकी मंदिर।
वाराणसी: यहाँ भक्तों को तुलसी मानस मंदिर, संकट मोचन मंदिर और विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करने को मिलेगा।
सीतामढ़ी: यहाँ सीता माता मंदिर के दर्शन कर सकेंगे भक्त।
प्रयागराज: भारद्वाज आश्रम, गंगा-यमुना संगम, हनुमान मंदिर के दर्शन।
श्रृंगवेरपुर: श्रृंग ऋषि समाधि और शांता देवी मंदिर, राम चौरा।
चित्रकूट: गुप्त गोदावरी, रामघाट, भरत मिलाप मंदिर, सती अनुसुइया मंदिर।
नासिक: त्रयंबकेश्वर मंदिर, पंचवटी, सीता गुफा, कालाराम मंदिर।
हम्पी: अंजनाद्री हिल, ऋषिमुख द्वीप, सुग्रीव गुफा, चिंतामणि मंदिर, माल्यवंत रघुनाथ मंदिर।
रामेश्वरम: शिव मंदिर और धनुषकोडी के दर्शन भक्त कर सकेंगे।