Pension Update: ‘अगले महीने से बंद हो जाएगी पेंशन’, सरकार ने पेंशनर्स को चेताया, जारी किया ये नया अपडेट
भारतीय तटरक्षक (आइसीजी) की क्षमताओं को और बढ़ाने के लिए तीन रक्षा सौदों को मंजूरी मिली है। एयर डिफेंस फायर कंट्रोल रडार की खरीद को भी हरी झंडी मिली है। इस रडार से हवाई लक्ष्य का न केवल आसानी से पता चल सकेगा, बल्कि आसमान की सघन निगरानी भी होगी। निगरानी करेगा और फायरिंग संबंधी समाधान प्रदान करेगा।
त्रि-शक्ति की बढ़ेगी मारक क्षमता
1- डोर्नियर-228 : यह विमान खराब मौसम की स्थिति में उच्च परिचालन के तेज गश्ती का काम करता है। यह निगरानी, समुद्री क्षेत्र की गश्त, खोज, बचाव और आपदा राहत में काम आएगा। तीन प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। इससे नौ सेना की ताकत बढ़ेगी।अब इस मंदिर में प्रसाद लेने के लिए आधार कार्ड जरूरी, तभी मिलेगा लड्डू
2- खुफिया युद्धपोत : भारतीय नौसेना को प्रोजेक्ट 17 ब्रावो के तहत सात नए युद्धपोत बनाए जाएंगे। यह अब तक निर्मित सबसे आधुनिक खुफिया युद्धपोत होंगे। इससे नौ सेना की ताकत बढ़ेगी
3- एफआरसीवी: यह सभी क्षेत्र में क्षमता रखने वाले और सटीक मार करने में सक्षम युद्धक टैंक हैं। यह बहुत ही तेज, चपल, सटीक, घातक वार करने वाला होगा। योजना के तहत 1,700 टी-72 टैंकों को एफआरसीवी में बदला जाएगा। इससे भारतीय थलसेना की ताकत में बढ़ोतरी होगी।
4- फॉरवर्ड रिपेयर टीम (ट्रैक्ड): यह एक युद्धक उपकरण है। इसे मशीनीकृत इन्फेंट्री बटालियन और आर्मर्ड रेजिमेंट युद्धक स्थिति में टैंकों और वाहनों को ले जाने के लिए प्रयोग करती है। इससे भारतीय थलसेना की ताकत में बढ़ोतरी होगी।
5- एयर डिफेंस फायर कंट्रोल रडार: यह दुश्मन के विमान, हेलीकॉप्टर और ड्रोन का पता लगाएगा और उन्हें ट्रैक करके समय रहते ही मार गिराएगा। इससे भारतीय वायुसेना और भी चौकस और मारक हो जाएगी।
6- सुखोई 30 एमकेआई : सुखोई 30 एमकेआइ को पांचवीं पीढ़ी के विमान में बदलाव करते हुए कोरापुट में बदलाव किया जाएगा। इसे सुपर सुखोई में बदलने के लिए 240 एयरो-इंजन ( एएल-31 एफपी) की खरीद की जाएगी। वायुसेना के पास 260 से अधिक सुखोई हैं। इससे वायुसेना को बल मिलेगा।