अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए उन्होंने कहा कि स्वाधीनता दिवस का दिन हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने का दिन है। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत की ओर से प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों के सम्मान में देश की जनता से उनके लिए तालियां बजाने का भी आह्वान किया।
कोरोना महामारी के दौरान देश में मेडिकल स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, सेवा में जुटे नागरिक तथा वैक्सीन बनाने में जुटे वैज्ञानिकों की भी सराहना की।
प्रधानमंत्री ने इसके बाद भारत के पहले प्रधानमंत्री नेहरू, सरदार पटेल तथा बाबा साहब अंबेडकर को याद करते हुए कहा कि हम आजादी का जश्न मनाते हैं परन्तु भारत के बंटवारे का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है। यह बीती सदी की सबसे बड़ी त्रासदियों में एक था। उन्होंने अपने भाषण में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में भी मनाने की घोषणा की।
कहा, देश के लिए खुद को नए सिरे से परिभाषित करने का समय आ चुका है देश के नाम अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हर देश की विकास यात्रा में एक समय आता है जब वो खुद को नए सिरे से परिभाषित करता है, खुद को नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ाता है। आज भारत के इतिहास में भी वो समय आ चुका है।
उन्होंने कहा कि आज से शुरू होकर अगले 25 वर्ष की यात्रा नए भारत के सृजन का अमृतकाल है। इस समय में किए गए संकल्पों की सिद्धि हमें आजादी के 100 वर्ष तक ले जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने सबका साथ-सबका विकास में सबका विश्वास को जोड़ते हुए कहा कि आज मैं लाल किले से आह्वान कर रहा हूं कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास हमारे सभी लक्ष्यों की पूर्ति के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
उन्होंने केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य है कि सभी गांवों में सड़कें हों, सभी परिवारों के पास बैंक अकाउंट हो, सभी लाभार्थियों के पास आयुष्मान कार्ड हो और सभी पात्र व्यक्तियों के पास उज्जवला योजना का गैस कनेक्शन हो।
उन्होंने गरीब परिवारों को दिए जाने वाले चावल को फोर्टिफाई करने की भी बात करते हुए कहा कि वर्ष 2024 तक सभी योजनाओं के माध्यम से मिलने वाला चावल फोर्टिफाई कर दिया जाएगा। ग्रामीण और आदिवासी अंचलों पर ध्यान देने की बात कही
उन्होंने आदिवासी अंचलों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सड़क, रोजगार से जुड़ी योजनाओं को भी प्राथमिकता देने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने देश के गांवों को भी ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ने और डिजिटल एंटरप्रेन्योर तैयार करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सेल्फ हेल्प ग्रुप से जु़ड़ी 8 करोड़ बहनों के प्रोड़क्टस को देश-विदेश में बाजार मिले, इसके लिए सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बनाएगी।
उन्होंने छोटे किसानों को भी आगे बढ़ाने की बात करते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को बढ़ाना हमारा लक्ष्य है। पीएम मोदी ने उन्हें नई सुविधाएं देने की भी बात कही।
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता से आह्वान करते हुए स्वामी विवेकानंद की पंक्तियों का जिक्र करते हुए कहा कि आगे बढ़ो और भारत को पहले से ज्यादा उज्ज्वल, महान और श्रेष्ठ बनाओ।
देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव का उल्लेख करते हुए कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें देश के हर कोने को आपस में जोड़ रही होंगी।
100 लाख करोड़ की योजना का भी किया ऐलान उन्होंने भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र को मजबूती देने की बात करते हुए कहा कि देश आने वाले समय में प्रधानमंत्री गतिशक्ति- नेशनल मास्टर प्लान को लॉन्च करने जा रहा है। इस योजना का विवरण देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह 100 लाख करोड़ से भी अधिक की योजना होगी जो देश के लाखों नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर लेकर आएगी। इससे ट्रांसपोर्ट के साधनों में तालमेल होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने अपने पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आइएनएस विक्रांत को समुद्र में ट्रायल के लिए उतारा है। आज भारत लडा़कू विमान, सबमरीन और गगनयान तक बना रहा है। देश के मैन्यूफैक्चर्स को कहा, देश में बने हर प्रोडक्ट से जुड़ी है भारत की पहचान
देश के मैन्यूफैक्चर्स को आह्वान करते हुए मोदी ने कहा कि आप जो प्रोडक्ट बनाते हैं, वह केवल एक प्रोडक्ट नहीं होता वरन भारत की पहचान से जुड़ा होता है, भारत की प्रतिष्ठा उसके साथ जुड़ी होती है, भारत के करोड़ों लोगों का विश्वास जुड़ा होता है। भारतीय मैन्यूफैक्चर्स का हर एक प्रोडक्ट भारत का ब्रैंड एंबेसेडर है।
कोरोना महामारी से उपजे नए अवसरों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में हजारों नए स्टार्ट-अप्स शुरू हुए और आज सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं। कल के स्टार्ट-अप्स, आज के यूनिकॉर्न बन रहे हैं और उनकी मार्केट वैल्यू हजारों करोड़ रुपए की बन रही है।
देश में चले आ रहे पुराने कानूनों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 200 वर्षों से एक कानून चला आ रहा था जिसके कारण देश के नागरिक को नक्शा बनाने की आजादी नहीं थी। नक्शा खोने पर गिरफ्तारी भी हो सकती थी। ऐसे कानूनों का बोझ लेकर देश आगे नहीं बढ़ सकता।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति और मातृभाषा में पढ़ाई को बताया महत्वपूर्ण उन्होंने ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ का उल्लेख करते हुए कहा कि मातृभाषा में पढ़कर ही गरीब के बेटे-बेटी प्रोफेशनल्स बन सकेंगे, आगे बढ़ सकेंगे। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति गरीबी के खिलाफ लड़ाई का साधन बनेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्पोर्ट्स को मेनस्ट्रीम पढ़ाई का हिस्सा बनाया गया है।
पीएम मोदी ने नेशनल हाइड्रोजन मिशन का ऐलान भी किया और कहा कि भारत को हमें ग्रीन हाइड्रोजन के प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट का ग्लोबल हब बनाना है। इससे भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा।
देश की जनता से किया आह्वान उन्होंने महान विचारक श्री अरबिंदो को स्मरण करते हुए कहा कि वर्ष 2022 में देश उनकी 150वीं जन्मजयंती मना रहा होगा। वो देश को सामर्थ्यवान बनाने की बात कहते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमें अपनी आदतें बदलनी होंगी, एक नए ह्रदय के साथ अपने को फिर से जागृत करना होगा।
उन्होंने पड़ौसी देश चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि आज दुनिया भारत को एक नई आशा और दृष्टि के साथ दे रही हैं। इस दृष्टि के दो पहलू, आतंकवाद और विस्तारवाद है। भारत इन दोनों ही चुनौतियों से बहुत ही सावधानीपूर्वक और हिम्मत के साथ लड़ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में भारत के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने से हमें कोई भी बाधा नहीं रोक सकती। हमारी एकजुटता, हमारी जीवटता ही हमारी ताकत है। राष्ट्र प्रथम हमारी भावना है। उन्होंने देश के युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि मैं कर्मफल के सिद्धांत में विश्वास रखता हूं। देश की बहन-बेटियां, किसान तथा प्रोफेशनल्स देश को आगे बढ़ा सकते हैं और हर लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।
अंत में उन्होंने कहा कि यही समय सही समय है और भारत का अनमोल समय है। पीएम मोदी ने देश की जनता से अपील करते हुए एक कविता भी पढ़ी जो इस प्रकार है-
यही समय है, सही समय है, भारत का अनमोल समय है।
कुछ ऐसा नहीं जो कर ना सको,
कुछ ऐसा नहीं जो पा ना सको,
तुम उठ जाओ, तुम जुट जाओ,
सामर्थ्य को अपने पहचानो,
कर्तव्य को अपने सब जानो,
भारत का ये अनमोल समय है,
यही समय है, सही समय है।
यही समय है, सही समय है,
भारत का अनमोल समय है।
असंख्य भुजाओं की शक्ति है,
हर तरफ़ देश की भक्ति है,
तुम उठो तिरंगा लहरा दो,
भारत के भाग्य को फहरा दो।