सीता सोरेन जी से पहली बार चुनाव में छोटी मुलाकात हुई थी हिमंता बिस्वा ने कहा कि चुनाव के दौरान सीता सोरेन जी से पहली बार छोटी मुलाकात हुई थी। आज जब वह उनसे मिलने पहुंचे तो उनके पति दुर्गा सोरेन जी के निधन और उसके बाद के घटनाक्रमों के बारे में बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि दुर्गा सोरेन अपने घर के बड़े बेटे थे। उनका निधन होने पर परिवार के लोग ही पोस्टमार्टम न करने के लिए दबाव डालते हैं तो इससे ज्यादा दुखद बात क्या हो सकती है?
सीता सोरेन ने पति की मौत पर उठाया था सवाल
सीता सोरेन ने भी झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद 28 मार्च को रांची में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में अपने दिवंगत पति दुर्गा सोरेन की मौत को रहस्यमय बताते हुए इसकी जांच की मांग की थी। सीता सोरेन ने कहा था कि लोग यह बात जानना चाहते हैं कि आखिर उनकी मौत कैसे हुई? इसके पीछा साजिश है। मैंने झारखंड मुक्ति मोर्चा में रहते हुए कई बार यह बात उठाई, लेकिन उस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
21 मई 2009 को हुआ था दुर्गा सोरेन का निधन बता दें कि झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के बड़े पुत्र दुर्गा सोरेन का निधन 21 मई 2009 को हो गया था। उन्हें गंभीर हालत में बोकारो के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था और उस रोज सुबह चार बजे उनकी मौत हो गई थी। दुर्गा सोरेन जेएमएम के महासचिव थे और राज्य में उन्हें शिबू सोरेन के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता था।