बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है। यह भी पढ़ेंः
मेघालय, लद्दाख और राजस्थान में भूकंप के झटकों से कांपी धरती, दहशत में आए लोग गांधीनगर स्थित संस्थान ने कहा कि शनिवार को 12 बजकर आठ मिनट पर 4.1 तीव्रता का भूकंप आया जिसका केंद्र कच्छ के धोलावीरा से 23 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व में था। यह 6.1 किलीमटर की गहराई में दर्ज किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप के झटके गुजरात में राजकोट से 151 किमी उत्तर-उत्तर-पश्चिम में महसूस किए गए हैं।
भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि मध्यम तीव्रता के भूकंप के चलते जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
गुरुवार को जामनगर में महसूस किए गए थे झटके
गुजरात में 48 घंटे में दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। गुरुवार को जामनगर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस दौरान रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.2 मापी गई थी। इससे पहले गुजरात में 4 अगस्त को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इसका केंद्र रापर के पास था।
गुजरात के अलावा गुरुवार की सुबह-सुबह मेरठ और कश्मीर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। दोनों ही जगह भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। भूकंप की जानकारी देने वाले नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, कटरा में 3.6 तीव्रता का भूकंप आया, जबकि मेरठ में इसकी तीव्रता 2.7 थी।
यह भी पढ़ेंः हैती में शक्तिशाली भूकंप ने मचाई बड़ी तबाही, अब तक 1297 लोगों की मौत इन बातों का जरूर रखें ध्यान भूकंप आने के बाद लोगों को डरने की बजाय सावधानी और संयम बरतना चाहिए।
– सबसे पहले घर से बाहर निकलकर खुली जगह पर पहुंचने की कोशिश करें
– इमारत में कई मंजिल हैं या फिर गली सकरी है, तो बाहर निकलने से बेहतर घर पर सुरक्षित जगह खोजें
– घर में किसी कोने में या किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे बैठकर सिर और अन्य संवेदनशील अंगों को बचाने की कोशिश करें।