दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस सुरंग के साथ-साथ फांसी घर को भी आम लोगों के लिए खोलने की तैयारी है। यह भी पढ़ेंः
बारिश के बाद Delhi Municipal Corporation की खुली पोल, कांग्रेस-बीजेपी ने केजरीवाल पर साधा निशाना दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल कहा कि इस सुरंग के इतिहास को लेकर स्पष्टता नहीं है, हालांकि इस सुरंग को अंग्रेजों ने ही बनाया होगा और इसका इस्तेमाल भी उन्हीं के द्वारा किया जाता रहा होगा।
दिल्ली विधानसभा के अंदर बनी सुरंग और फांसी घर को आम लोगों के लिए खोलने की तैयारी है। विधानसभा अध्यक्ष राम निवास के मुताबिक पर्यटन विभाग को शनिवार और रविवार को विधानसभा में लोगों को लाने की अनुमति दी जाए, इसके हिसाब से वे विधानसभा का ढांचा तैयार कर रहे हैं।
75वें वर्ष की वर्षगांठ पर होगी शुरुआत
विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने बताया, ’75वें वर्ष की वर्षगांठ में अगली 26 जनवरी या 15 अगस्त से पहले इन्हें एक स्वरूप देकर आम जनता के लिए खोला जाएगा।’
गोयल ने कहा कि, इसके इतिहास पर कोई स्पष्टता नहीं है, लेकिन इसका इस्तेमाल अंग्रेजों ने स्वतंत्रता सेनानियों को स्थानांतरित करते समय प्रतिशोध से बचने के लिए किया था। यह भी पढ़ेंः
Delhi Police Functioning: दिल्ली पुलिस में दिखेंगे बड़े बदलाव, जानिए सबकुछ विधानसभा में मिली सुरंग का इस्तेमाल आजादी की लड़ाई में क्रांतिकारियों को फांसी के फंदे तक पहुंचाने के लिए उपयोग में लाया जाता था। सुरंग की लंबाई लगभग सात किलोमीटर बताई जाती है। ये सुरंग इसलिए अधिक महत्वपूर्ण है,क्योंकि न जाने कितने क्रांतिकारी इस सुरंग से लाए गए और दिल्ली विधानसभा में बने फांसी घर में हंसते-हंसते झूल गए।
दिल्ली विधानसभा के बारे में प्रमाण मिलते हैं कि दिल्ली, देश की राजधानी बनने के बाद 1911 से इस इमारत को सेंट्रल लेजेस्लेटिव एसेंबली यानी अंग्रेजों ने इस इमारत को अपने संसद भवन के रूप में उपयोग किया।