अनुराग ठाकुर ने ट्विट कर कहा, “यह घोषणा करते हुए सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि दादा साहब फाल्के चयन जूरी ने भारतीय सिनेमा में उनके अनुकरणीय जीवन भर के योगदान के लिए श्रीमती आशा पारेख जी को मान्यता देने और उन्हें पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है। दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारत के माननीय राष्ट्रपति द्वारा विज्ञान भवन में 68वें NFA में प्रदान किया जाएगा।”
आशा पारेख अभिनेत्री के साथ-साथ प्रोड्यूसर व डायरेक्टर भी रही हैं। इससे पहले उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। आशा पारेख ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत फिल्म आसमान (Aasmaan) से की थी। उनका सबसे सफल फिल्मों में दो बदन, उपकार और कारवां जैसी कई फिल्में हैं। आशा पारेख 1950 से 1973 तक हिंदी फिल्मों में शीर्ष अदाकारा रहीं। उन्हें 1992 में भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। आशा पारेख को आखिरी बार 1999 में फिल्म ‘सर आंखों पर’ में नजर आई थीं।
साल 2002, 2004 में इन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। साल 2007 में इन्हें अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अब इन्हें दादा साहब फाल्के अवार्ड से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है। बता दें, 30 सितंबर को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का वितरण किया जाएगा।