तमिलनाडू और आंध्रप्रदेश में लगातार बारिश हो रही है। चेन्नई में 500 मिलीमीटर से भी अधिक बारिश दर्ज की गई है। इससे पहले इतनी बारिश 2015 में हुई थी। बस कुछ ही घंटों में आंध्रप्रदेश के बापटला के सूर्यलंका तट से टकराने जा रहा है। इसके बाद चक्रवात का रूख बेहद ही खतरनाक हो सकता है। ऐसे में मौसम विभाग ने तमिलानाडु और आंध्रप्रदेश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
इसके प्रभाव से 110 किलोमीटर की गति से हवाएं चलने और तटीय इलाकों में आठ से दस फीट तक पानी भरने की भी आशंका है। चक्रवात की आक्रामकता को देखते हुए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने सभी मछुआरों को समंदर में न जाने की सलाह दी है। फिलहाल मिचौंग चक्रवात अभी बापटला तट से 90 किलोमीटर की दूरी पर है।
यहां है सबसे ज्यादा खतरा
आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने तैयारियों का जायजा लिया। प्रदेश में बहुत अधिक बारिश को देखते हुए आंध्रप्रदेश सरकार ने तिरुपति, नेल्लोर, प्रकाशम, बापटला, कृष्णा, पश्चिम गोदावरी, कोनसीमा और काकीनाडा के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी तैयारियों के लिए कई जगह का दौरा किया।
चक्रवात ने बदला देश में मौसम
चक्रवात के प्रभाव के कारण पूरे देश का मौसम पलट गया है। उत्तर प्रदेश में बारिश हो रही है तो राजस्थान में बूंदाबांदी जारी है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी ओलावृष्टि का दौर जारी है। पूरे उत्तर भारत में बारिश, ओलावृष्टि और बर्फबारी का माहौल प्रदेश वार बना हुआ हैै।