पिछले एक सप्ताह में जहां-जहां भीड़ जुटी वहां संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। भारतीय वैज्ञानिकों की टीम इन्साकॉग ने चेतावनी दी है कि वायरस में नया म्यूटेशन नहीं हुआ है। हालांकि जिस डेल्टा वैरिएंट ( Delta Variant ) की वजह से दूसरी लहर का सामना किया था वह कहीं गायब भी नहीं हुआ है।
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Coronavirus Third Wave: पश्चिम बंगाल समेत इन तीन राज्यों ने बढ़ाई चिंता, बढ़ने लगे केस पूर्वोत्तर और केरल से बाहर आया संक्रमण अब पश्चिम बंगाल, असम और हिमाचल प्रदेश में दिखाई दे रहा है। यहां डेल्टा और डेल्टा प्लस के मामलों में खासी बढ़ोतरी देखने को मिली है।
जीनोम सीक्वेंस ने की पुष्टिवैज्ञानिकों के मुताबिक हर कोई पहले की तरह भीड़ का हिस्सा बन रहा है, लेकिन बीते 55 दिन में ही डेल्टा वैरिएंट दोगुना हो चुका है और 11 गुना डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले बढ़े हैं। इनकी पुष्टि जीनोम सीक्वेसिंग के जरिए हुई है।
अब भी मौजूद है जानलेवा वैरिएंट
इन्साकॉग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 30 अगस्त तक देश में 15 हजार सैंपल ही डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित मिले थे, लेकिन बीते 11 अक्तूबर तक इनकी संख्या बढ़कर 26043 हो चुकी है। डेल्टा वन और कप्पा वैरिएंट की संख्या बढ़कर 5449 तक जा पहुंची है।
जबकि डेल्टा से ही निकले एवाई सीरीज के वायरस 393 से बढ़कर 4737 सैंपल में मिल चुके हैं। एमपी के इंदौर में नए वैरिएंट का खतरा
कोरोना के डेल्टा वैरिएंट का एक नया म्यूटेंट मध्यप्रदेश के इंदौर में देखने को मिला है। एवाई.4 नाम के इस वैरिएंट से सात मरीज संक्रमित हुए हैं। भले ही इनकी संख्या कम है लेकिन ये बड़ा खतरा बन सकता है। लिहाजा इन पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्राल की ओर से जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट की माने तो ये म्यूटेंट ब्रिटेन में पाया गया था।
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देश में पिछले एक दिन में 16 हजार लोग संक्रमित मिले हैं। 561 मरीजों की मौत हुई है। बीते शनिवार को ही केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को पत्र लिखते हुए कोविड सतर्कता नियमों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश भी जारी किए थे।