कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने सरकारी कंपनी ONGC के द्वारा गुजरात राज्य पेट्रोलियम कार्पोरेशन के गैस ब्लॉक में 80% हिस्सेदारी के अधिग्रहण की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि कर्ज में डूबी कंपनी को उबारने के लिए ONGC पर दबाव डाला जा रहा है।
जयराम रमेश ने कहा कि सरकारी क्षेत्र की 10 महारत्न कंपनियों में से एक थी प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) कंपनी, लेकिन फिर लेकिन “फिर मिस्टर मोदी आए”। उन्होंने ONGC को कर्ज में फंसी कंपनी को उबारने के लिए मजबूर किया, जो एक घोटाले में फंसी कंपनी है। ONGC अप्रैल 2021 से नियमित अध्यक्ष के बिना है। इसे जानबूझकर नष्ट किया जा रहा है ताकि ‘हमारे दो’ में से एक इसे अपने कब्जे में ले ले।