उन्होंने बताया कि देश के दूसरे राष्ट्रीय रक्षा विश्ववद्यालय में उत्तर पूर्व ही नहीं देश के विभिन्न राज्यों के छात्र-छात्राएं सशक्त भारत के लिए तैयार हो रहे हैं। आतंकवाद, उग्रवाद, फोरेंसिक विज्ञान और साइबर सुरक्षा के लिहाज से स्टूडेंट तैयार किए जा रहे हैं। वर्ष 2020 में भारत सरकार ने इसे राष्ट्रीय रक्षा विवि में अपग्रेड कर गुजरात के गांधी नगर में पहला विवि खेाला। विवि का परिसर पाशीघाट में शुरू किया गया है।
यातायात प्रबंधन जैसे आंतरिक मुद्दे भी
विवि में आंतरिक सुरक्षा के साथ ही आंतरिक मुद्दों के लिए भी पाठ्यक्रम उपलब्ध करवाए गए हैं। जिसमें यातायात प्रबंधन भी शामिल है। विवि के संकाय सदस्यों ने बताया कि चार साल के कोर्स में अंतिम वर्ष में रिसर्च वर्क किया जाता है। विभिन्न राज्यों के पुलिस अधिकारियों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह परिसर अरुणाचल प्रदेश सरकार और राष्ट्रीय रक्षा विवि के बीच हुए समझौते के तहत स्थापित किया गया है। डिप्लोमा कार्यक्रम इस तरह तैयार किए गए हैं। जिनके बाद छात्र-छात्राएं पुलिस और सेना में भी जा सकते हैं।