कर्नाटक के रहने वाले हेगड़े लाइम लाइट में आए बिना पार्टी के लिए काम करने के लिए जाने जाते हैं। उनकी पहचान शांति से काम करने वाले नेता के तौर पर मानी जाती है। पिछले कई वर्षों से संगठन के साथ-साथ चुनावों की निगरानी में लगे हुए हैं। हेगड़े को नीतीश कुमार का करीबी भी माना जाता है। वर्तमान में वह जदयू के राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी हैं। अनिल हेगड़े किसी भी सदन के सदस्य नहीं रहे हैं। लंबी अवधि से वह जदयू के संगठन का काम देख रहे हैं।
जेडीयू ने लेटर जारी करते हुए अनिल हेगड़े के नाम की घोषणा की. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने लेटर में लिखा कि डॉ महेंद्र प्रसाद के आकस्मिक निधन के कारण राज्य सभा के आगामी चुनाव में अनिल हेगड़े को जेडीयू ने उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। हेगड़े का नाम पक्का होने के साथ ही उन अटकलों पर भी विराम लग गया, जिनमें कई दूसरे नामों पर चर्चा की बाच की जा रही थी।
आपको बता दें कि राज्यसभा के सदस्य रहे किंग महेंद्र के निधन के बाद एक सीट पर उपचुनाव हो रहा है। चुनाव आयोग ने आगामी 30 मई को इस सीट पर उपचुनाव कराने का फैसला लिया है। तो वहीं इस सीट पर जनता दल यूनाइटेड से ही किसी उम्मीदवार को बाकी बचे कार्यकाल के लिए राज्यसभा का सदस्य बनना है, और अब पार्टी ने संगठन में लंबे अरसे से काम करने वाले अनिल हेगड़े को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है।