जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त पुलिस वहां मौजूद थी। सीएम नीतीश कुमार सूखाग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लेने जमुई पहुंचे थे। इस दौरान सीएम का स्वागत करने के लिए जेडीयू नेता और कार्यकर्ता हाथ में फूलों का माला लेकर कतार में खड़े थे। इसी दौरान एक नेता ने इस तरह की हरकत को अंजाम दिया। पुलिस देखती रह गई और जेडीयू नेता ने मुख्यमंत्री की गाड़ी पर माला फेंक दी। बाद में पुलिस ने जदयू नेता को हिरासत में ले लिया।
बताया जा रहा है कि जिस वक्त यह हमला हुआ मुख्यमंत्री सूखे का जायजा लेने अलीगंज जा रहे थे। माला फेंकने वाले जेड़ीयू के नेता का नाम अनुज कुमार सिंह बताया जा रहा है, वह इस वक्त फिलहाल खेल प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष हैं। वहीं, सीएम की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। बता दें, यह पहला मामला नहीं है जब सीएम की सुरक्षा व्यवस्था में इस तरह की चूक हुई हो। इससे पहले मार्च 2022 में पटना के बख्तियारपुर में नीतीश कुमार को मुक्का मारा गया था।
अप्रैल 2022 में नालंदा के सीएम के कार्यक्रम में बम फोड़ा गया था। नीतीश के जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान ये घटना घटी थी। वहां सभा स्थल पर पंडाल के अंदर एक सिरफिरे युवक ने पटाखा फोड़ दिया, जिससे भगदड़ मच गई। वहीं, इसी साल मई 2022 में जब मुख्यमंत्री का सुपौल जाने का कार्यक्रम था। तभी पटना चिड़ियाघर के गेट नंबर दो के पास नीतीश कुमार के काफिले में दूसरा वाहन घुस गया। जिसके बाद थोड़ी देर के लिए अफरातफरी मच गई।
बिहार में बारिश कम होने के कारण सूखा की स्थिति बनी हुई है। जिसका जायजा लेने आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुंगेर, लखीसराय और जमुई के क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं। वहीं, सूखाग्रस्त इलाकों का जायजा लेने के लिए सीएम सड़क मार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं। कल मौसम खराब होने के कारण गया में उनके हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लेंडिंग करानी पड़ गई थी। जिसके बाद वह सड़क मार्ग से पटना लौटे थे।