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भारत बायोटेक की Covaxin का बच्चों के ऊपर ट्रायल पूरा, जल्द मिल सकती है खुशखबरी

भारत बायोटेक ने बच्चों के लिए कोवैक्सिन फेज 2-3 क्लीनिकल परीक्षण पूरा कर लिया है और जल्द ही इसके आंकड़े ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को सौंप दिए जाएंगे।

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नई दिल्ली। हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने 2 से 18 वर्ष आयु वर्ग में इस्तेमाल के लिए कोरोना वायरस वैक्सीन, कोवैक्सिन के फेज 2 और 3 क्लीनिकल ट्रायल पूरे कर लिए हैं। हैदराबाद स्थित वैक्सीन निर्माता द्वारा अब अगले सप्ताह तक ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) को इस ट्रायल का डेटा जमा करने की उम्मीद है।
भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा एला ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि कोवैक्सिन का उत्पादन अगले महीने 5.5 करोड़ खुराक तक पहुंच जाएगा, जबकि सितंबर में यह 3.5 करोड़ था।
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ कंपनी के इंट्रानैजल वैक्सीन के चरण 2 के परीक्षण अगले महीने तक समाप्त होने की उम्मीद है। भारत बायोटेक के संस्थापक और अध्यक्ष ने कहा, “बच्चों की कोवैक्सिन ने अभी चरण 2/3 परीक्षण पूरा किया है। आंकड़ों का विश्लेषण चल रहा है। हम अगले सप्ताह तक डेटा (नियामक को) जमा कर देंगे। विषयों (स्वयंसेवकों) की संख्या 1000 को छू रही है।”
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इंट्रानैजल कोविड वैक्सीन

उन्होंने कहा कि इंट्रानैजल टीकाकरण नाक में एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा कर सकता है क्योंकि नाक ही वायरस का एंट्री प्वाइंट है- जिससे बीमारी, संक्रमण और आगे फैलने से भी बचाव होता है।
एला के मुताबिक, इंट्रानैजल वैक्सीन का परीक्षण तीन समूहों में किया जाता है, जिसमें एक समूह को पहली खुराक के रूप में कोवैक्सिन और दूसरे के रूप में इंट्रानैजल दिया जाता है। इसी तरह 28 दिन अलग के अंतर पर दूसरे समूह के लिए इंट्रानैजल-इंट्रानैजल और तीसरे समूह के लिए इंट्रानैजल-कोवैक्सिन का कॉम्बिनेशन दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि लगभग 650 स्वयंसेवकों पर परीक्षण किए जाएंगे। Covaxin के उत्पादन स्तर पर, एला ने कहा कि प्रति माह 100 मिलियन यानी 10 करोड़ खुराक बनाना संभव हो सकता है यदि अन्य मैन्यूफैक्चरिंग पार्टनर सुरक्षा के साथ पूरी तरह से तैयार हैं और अन्य पैरामीटर अपने स्थान पर हैं।
नेजल वैक्सीन ट्रायल
अपनी खुद की निर्माण इकाइयों के अलावा, भारत बायोटेक ने कोवैक्सिन के निर्माण के लिए इंडियन इम्यूनोलॉजिकल और हेस्टर बायोसाइंसेज के साथ करार किया है। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, “हम इस महीने साढ़े तीन करोड़ की आपूर्ति कर रहे हैं। अगले महीने हम निश्चित रूप से साढ़े पांच करोड़ खुराक की आपूर्ति करेंगे। बेंगलुरु में उत्पादन बहुत तेजी से बढ़ रहा है।”
अन्य देशों को कोवैक्सिन के निर्यात पर एला ने कहा कि अगर सरकार अनुमति देती है, तो कंपनी टीके का निर्यात करने के लिए तैयार है, हालांकि कंपनी विदेशी बाजारों की तलाश में जल्दबाजी में नहीं है।
एला के मुताबिक, केंद्र सरकार का फोकस घरेलू जरूरतों को पूरा करना है। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि भारत ‘वैक्सीन मैत्री’ कार्यक्रम के तहत और COVAX वैश्विक पूल के लिए अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए 2021 की चौथी तिमाही में अतिरिक्त कोविड-19 टीकों का निर्यात फिर से शुरू करेगा, लेकिन अपने स्वयं के नागरिकों का टीकाकरण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है।
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