सुबह करीब 10 बजे के बाद जैसे ही कोहरे की धुंध छटी तो लोगों की आवाजाही अचानक से बढ़ गई। हालत यह रही कि सीढ़ी घाट पर स्नान के लिए पहुंचने भी लोगों को इंतजार करना पड़ा। घाट तक जाने वाले रोड पर भी भीड़ का दबाब अधिक हो गया। यह क्रम शाम तक बना रहा।
युवाओं में देखी गई सेल्फी लेने की होड़
दोस्तों, परिवार के साथ नर्मदा तट पहुंचे युवाओं में नर्मदा स्नान से लेकर पिकनिक मनाने और मंदिरों में दर्शन करने, मेला घूमने की सेल्फी लेने होड़ रही। सुबह से शाम तक मोबाइल से सेल्फी ली ताकि अपनी यात्रा को यादगार बना सकें। वहीं नर्मदा के चिनकी, महादेव पिपरिया घाट, झिरना कुंड में भी बड़ी संख्या में लोगों ने स्नान कर पूजन किया।
वाहनों की रोकी आवाजाही
पुलिस का अमला बरमान कला और बरमान खुर्द तरफ के दोनों रोड पर रात से ही सक्रिय हो गया था। बरमान चौकी के सामने ही बेरीकेड लगाकर अधिकांश वाहनों को स्कूल मैदान में भेजा गया। वहीं कुछ वाहनों को रेस्ट हाउस रोड के जरिए कॉलेज मैदान में रूकवाया गया। रेस्ट हाउस तिराहा और कॉलेज के सामने बेरीकेड लगाकर लोगों को पैदल ही घाट तक जाने की अनुमति रही। जिससे जाम की समस्या न बने। वहीं हाइवे पर भी पुलिस तैनात रही, सतधारा के पुराने पुल से बड़े वाहनों की आवाजाही बंद रही। अधिकांश वाहन नए पुल के आसपास एवं पुराने पुल जाने वाले रोड पर पंप के पास खड़े रहे।
पंडालों में जारी रही कथा-अनुष्ठान
श्रद्धालुओं ने घाटों पर लगे पंडालों में बैठकर कथा-अनुष्ठान कराए। नर्मदा परिक्रमावासियों, भिक्षुओं को खिचड़ी, लड्डू, अन्न, फल आदि सामग्री दान की। वहीं पंडालों के आसपास ही भर्त, बाटी बनाकर भोजन किया, इसके बाद मेले में जाकर खरीदी की।
&बरमान क्षेत्र में नर्मदा के सभी तटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ बनी हुई है। सुरक्षा में करीब 350 जवान, 32 सीसीटीवी कैमरे व होमगार्ड-एसडीआरएफ की टीम लगी है। करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं के स्नान का अनुमान है। लगातार निगरानी चल रही है जिससे शांति व्यवस्था बनी रहे।
संदीप भूरिया, एएसपी नरङ्क्षसहपुर