ये बातें उन्होंने जिले के नीखरा अस्पताल, पराड़कर व अग्रवाल अस्पताल सहित जिला चिकित्सालय के औचक निरीक्षण के बाद कही। वह इन अस्पतालों में इलाज करा रहे मरीजों से मिले और उनके बारे में जानकारी ली।
कलेक्टर ने इस दौरान अस्पताल परिसर में मौजूद लोगों से चर्चा करते हुए कहा कि आयुष्मान योजना के अंतर्गत किसी परिवार के एक व्यक्ति का अगर कार्ड है तो उसके पूरे परिवार को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने संचालकों से अस्पताल परिसर में इस आशय के फ्लैक्स, बैनर भी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फ्लैक्स, बैनरों में इस योजना की जानकारी स्पष्ट रूप से उल्लेखित हो।
निजी अस्पतालों का निरीक्षण कर जिला अस्पताल पहुंचे कलेक्टर ने आयुष्मान कक्ष में कार्य कर रहे स्टॉफ संग भी चर्चा की। इस दौरान आयुष्मान योजना समन्वयक ने बताया कि जिला अस्पताल में भर्ती ऐसे मरीज जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है, ऐसे पात्र मरीजों के कार्ड भी अस्पताल में बनाए जा रहे हैं।
कलेक्टर ने सिविल सर्जन डॉ. अनीता अग्रवाल से पूछा कि अस्पताल में सभी डॉक्टर्स व स्टॉफ मौजूद रहता है अथवा नहीं? सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पताल में सभी डॉक्टर्स ड्यूटी पर रहते हैं। दवाईयां भी पर्याप्त उपलब्ध हैं। कोविड संक्रमण रोकथाम एवं बचाव के लिए पर्याप्त संख्या में पीपीई किट, हैंड ग्लब्स भी उपलब्ध हैं। कलेक्टर ने कोविड वार्ड में इलाज करा रहे रोहित सिंघल दुबे से वीडियो कॉल के माध्यम से चर्चा की। उन्होंने दुबे से पूछा कि इलाज में किसी भी प्रकार की समस्या तो नहीं। रोहित ने बताया कि उन्हें भोजन नाश्ता, दवाई समय पर मिलती है। कलेक्टर ने युवक का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि घबराने की आवश्यकता नहीं है, आप शीघ्र स्वस्थ होकर लौटेंगे।