scriptइंजेक्शन लेने से भी हो रहा एड्स, ये हैं बचाव के आसान तरीके | World AIDS Day 1 December, ways to prevent HIV | Patrika News
नर्मदापुरम

इंजेक्शन लेने से भी हो रहा एड्स, ये हैं बचाव के आसान तरीके

असुरक्षित यौन संबंध ही नहीं है, बल्कि एक ही इंजेक्शन का उपयोग कई युवाओं द्वारा करने के कारण भी वे एड्स की चपेट में आ रहे हैं.

नर्मदापुरमDec 01, 2022 / 10:16 am

Subodh Tripathi

इंजेक्शन लेने से भी हो रहा एड्स, ये हैं बचाव के आसान तरीके

इंजेक्शन लेने से भी हो रहा एड्स, ये हैं बचाव के आसान तरीके

नर्मदापुरम. एड्स का कारण सिर्फ असुरक्षित यौन संबंध ही नहीं है, बल्कि एक ही इंजेक्शन का उपयोग कई युवाओं द्वारा करने के कारण भी वे एड्स की चपेट में आ रहे हैं, ऐसा वे युवा जमकर कर रहे हैं, जो नशे के आदि हो चुके हैं। वे नशे का इंजेक्शन एक दूसरे को शेयर करते हैं, इस कारण एक को एड्स होने पर वह कई लोगों में फैल जाता है। चूंकि आज विश्व एड्स दिवस है, इस कारण हम आपको बताने जा रहे हैं कि कौन-कौन सी सावधानियां रखने से आप एड्स से बच सकते हैं।
दरअसल एड्स, एचआईवी नामक विषाणु से होता है। इसके शरीर में प्रवेश करने के बाद भी कई सप्ताह तक पता नहीं चलता है इसकी जांच में ीाी संक्रमित होने के करीब १२ सप्ताह बाद पता चलता है, एचआईवी पॉजीटिव व्यक्ति करीब ५ से १० साल तक सामान्य व्यक्ति की तरह ही नजर आता है, उसमें कोई प्रभाव भी नजर नहीं आते हंै, लेकिन जब यह बीमारी पूरी तरह से घर कर लेती है, तब उसे जांच कराने पर पता चलता है कि उसे एड्स हो गया है। चूंकि कोई बचाव या उपचार का टीका नहीं है, ऐसे में जागरूकता ही एड्स से बचाव कर सकती है।
एड्स फैलने के कारण
-एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाने से।
-एचआईवी संक्रमित व्यक्ति का इंजेक्शन दूसरे को लगाने व सुई का उपयोग करने से।
-एचआईवी संक्रमित मां से शिशु को जन्म से पूर्व, प्रसव के समय, या प्रसव के शीघ्र बाद हो सकता है।
-एचआईवी संक्रमित व्यक्ति अंग प्रत्यारोपण करने से।
-एचआईवी संक्रमित होने से व्यक्ति जीवनभर संक्रमित रहता है, उसकी मृत्यु भी काफी दर्दनाक होती है, इस कारण इसकी चपेट में आने से अच्छा है बचाव करें, हमेशा जागरूक रहें।
एड्स से बचाव
-जीवन साथी के अलावा किसी अन्य से यौन संबंध नहीं बनाएं।
-यौन संबंध असुरक्षित रूप से नहीं बनाएं, कंडोम का उपयोग करें।
-नशे के आदी व्यक्ति द्वारा उपयोग की गई सुई या इंजेक्शन का उपयोग नहीं करें।
-एड्स पीडि़त महिला प्रेग्नेंट नहीं होएं, क्योंकि उनके द्वारा पैदा होने वाले बच्चे को भी ये हो सकता है।
-खून की आवश्यकता होने पर एचआइवी या एड्स से पीडि़त व्यक्ति का खून नहीं चढ़वाएं, हमेशा जांच करवाने के बाद ही खून चढ़वाएं।
-एड्स प्रभावित व्यक्ति के शरीर पर कोई घाव या चोट है तो उससे भी बचकर रहें।
-किसी भी व्यक्ति के द्वारा एक बार उपयोग की गई सीङ्क्षरज, इंजेक्शन, ब्लैड आदि का उपयोग नहीं करें।
-इसके बावजूद भी अगर किसी को एड्स हो जाता है, तो वह छुपाए नहीं, हर जिला मुख्यालय पर अस्पताल में एड्स का उपचार किया जाता है, आप वहां जाकर दवाईयंा लें, ताकि चिकित्सक द्वारा बताई गई दवाईयां लेने से आप कुछ हद तक ठीक जीवन जी सकते हैं।

युवाओं के बीच इंजेक्शन से नशा करने की बढ़ती लत उन्हें एड्स का मरीज बनने की ओर धकेल रही है। जिले में साल 2013 से अभी तक कुल 499 युवा ऐसे मिले हैं जो इंजेक्शन के जरिए नशा कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें : राहुल गांधी के साथ चल रही एक्ट्रेस स्वरा भास्कर, उमड़ा जन सैलाब

हालांकि इनमें से 173 युवा बीच में ही विभाग से संपर्क तोड़ चुके हैं, जबकि 326 युवा अभी भी विभाग से जुड़े हुए हैं। इन युवाओं में एड्स न फैले इसलिए एनजीओ के माध्यम से इन युवाओं को सीङ्क्षरज के पैकेट दिए जा रहे हैं, जिससे वे एक-दूसरे की सीङ्क्षरज का उपयोग न करें। विभाग के पास अभी इस वर्ग में एड्स से पीडि़त 8 युवा दर्ज हैं। जबकि 281 फीमेल सेक्स वर्कर हैं, जिनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है। जिले में दो फीमेल सेक्स वर्कर भी एड्स से पीडि़त हैं। वहीं 277 गे भी एड्स के हाइरिक्स ग्रुप में शामिल हैं, जबकि 6 युवक एड्स से पीडि़त हैं।

Hindi News / Narmadapuram / इंजेक्शन लेने से भी हो रहा एड्स, ये हैं बचाव के आसान तरीके

ट्रेंडिंग वीडियो