हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले के उन स्टूडेंट्स की, जिन्होंने पढ़ाई और बेहतर रिजल्ट के लिए परीक्षा के दौरान दिन रात एक कर पढ़ाई भी की और इस दौरान रिश्तेदारों और शादी ब्याह से भी दूरियां बनाकर रखी।
पढ़ाई के लिए खेल छोड़ा – शंभू श्रीवास्तव
नर्मदा वैली इंटरनेशनल स्कूल के कक्षा दसवीं के छात्र शंभू श्रीवास्तव ने 96 प्रतिशत प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। शंभू ने बताया कि उन्होंने रोजाना 7.30 से आठ घंटे पढ़ाई की। इसके अलावा कोचिंग लेकर रिवाइस भी किया। परिणाम बेहतर आएं, इसलिए खेल और यहां तक शादी समारोह व अन्य कार्यक्रमों तक में जाना छोड़ दिया था।
आईएएस बनना मेरा लक्ष्य – शुभ परसाई
समेरिटंस स्कूल के कक्षा 12वीं के छात्र शुभ परसाई ने अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों, स्कूल के वातावरण और अभिभावकों के सहयोग को दिया। उन्होंने बताया कि साल भर योजना बनाकर पढ़ाई की। लक्ष्य आईएएस बनना है। इसके लिए पहले वह बीए आनर्स करेंगे, साथ ही इसी साल से आईएएस की तैैयारी भी होगी।
सुबह चार बजे से पढ़ती थी- खुशी सिद्दीकी
मैं आज बहुत खुश हूं। इस मुकाम तक पहुुंचने के लिए बहुत मेहनत की है। हर दिन 8 से 9 घंटे में पढ़ाई किया करती थी। सैंपल पेपर से लेकर प्रीवियस ईयर क्वेश्चन सब कुछ सॉल्व किया और प्रैक्टिस की। परीक्षा की एक रात पहले मैंने 6 घंटे की बराबर नींद ली और सुबह 4 बजे से उठकर पढ़ाई की।
सीबीएसई दसवीं और बारहवीं में बेहतर रिजल्ट लाने वाले छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार देर शाम पत्रिका ऑफिस में केक काटकर अपनी सफलता को सेलिब्रेट किया। इस अवसर पर पत्रिका ने सभी बच्चों को उनके बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।