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मलखंभ को ओलंपिक गेम्स में शामिल करने की मांग करीब 2 साल से चल रही है। इस मांग को देखते हुए जनवरी 2020 में जापान के टोकियों में होने वाले ओलंपिक गेम्स में इंडिया की और से मलखंभ का प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन के बाद मलखंभ को ओलंपिक गेम्स में शामिल किया जाएगा या नहीं इस पर विचार-विमर्श किया जाएगा।इसके लिए ये अबूझमाडिया बच्चे आने वाले जनवरी माह में इंडिया कैंप में शामिल होंगे।
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सीमित संसाधनों के बावजूद प्रशिक्षण देकर आगे बढ़ा रहे शिक्षक मनोज प्रसाद ने कहा कि 6 से 14 साल उम्र तक के इन बच्चों में गजब की प्रतिभा है। 2016 से रामकृष्ण मिशन आश्रम में इनका प्रशिक्षण शुरू हुआ और महज 2 साल में इन बच्चों ने लकड़ी के खंभे पर बैलेंस बनाकर प्रदर्शन करने वाले इस खेल में महारत हासिल कर ली। इस टीम ने पहले भी गोवा, सतारा और अहमदाबाद नेशनल में पदक हासिल कर किया है।
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खेलो इंडिया पर नजर
केंद्र शासन की खेलो इंडिया स्कीम में मलखंब को शामिल करने के बाद इन खिलाडिय़ों की नजर अब खेलों इंडिया खेलो में पदक जीतने पर है। इसके लिए इन्हें स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया में अपनी योग्यता साबित करनी होगी।
नियमित अभ्यास
मलखंब में ख्याति बटोर रहे बच्चे इस खेल में महारत हासिल करने साल भर रोज दो 2 घंटे अभ्यास करते हैं। इनके प्रशिक्षक मनोज प्रसाद ने कहा कि मजबूत शरीर के इन आदिवासी बच्चों को तराशने के लिए ओरछा पोटा केबिन, नारायणपुर पोटा केबिन, रामकृष्ण मिशन आश्रम में ट्रेनिंग की सुविधा दी जा रही है। उन्हें गुरुकुल स्तर की ट्रेनिंग मिलती है।