दीक्षार्थी पूर्वा जैन का वर्षीदान वरघोड़ा बुधवार को नगर के प्रमुख मार्गों से निकाला। पूर्वा गुरुवार को संयम जीवन अंगीकार करने जा रही है। इसी कड़ी में नगर में ऐतिहासिक वर्षीदान वरघोड़ा प्रमुख मार्गों से निकाला गया। दीक्षार्थी ने भौतिक सुख-सुविधाओं की वस्तुओं का त्याग किया। नगर की प्रमुख संस्थाओं ने पूर्वा एवं उनके परिवार का बहुमान किया। पूर्वा स्वयंप्रभा श्री जी महाराज साहब की शिष्या बनेंगी। दीक्षा दाता उमेश मुनि जी महाराज साहब के शिष्य जिनेंद्र मुनि जी महाराज साहब की निश्रा में दीक्षा संपन्न होने जा रही है। नगर में 32 साधु-साध्वी अपनी निश्रा प्रदान करने पधारे हैं। संपूर्ण आयोजन का लाभ पन्नालाल धुलजी परिवार ने लिया।