जानकारी के अनुसार ग्राम मैना में करणसिंह पंडाजी के मकान के पास शनिवार को कुछ बच्चे खेल रहे थे। बच्चों को सिक्के की जानकारी लगी। सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और सिक्कों को लेकर थाने पहुंचे। तहसीलदार विजय सैनानी, नायब तहसीलदार देवेन्द्र धानगढ की मौजूदगी में सिक्कों की गिनती कर पंचनामा तैयार किया। तहसीलदार की मौजूदगी में सिक्कों की गिनती की। कुल 282 सिक्के निकले। एक सिक्का 12 ग्राम का हैं। इस प्रकार कुल मिलकार 2 लाख 25 हजार के लगभग कीमत बताई जा रही हैं।
ये सिक्के वर्ष 1862 से 1917 वर्ष के तक है। सुसनेर के नदी वाला ज्वेलर्स फर्म पर इन सिक्कों की जांच कर तुलाई करवाई। उसके बाद सभी सिक्कों को सरकारी खजाने में जमा कर दिया गया है। प्रत्येक सिक्का 1 रुपये का है, हर एक का वजन 11.580 मिली ग्राम है। वर्तमान स्थिति में प्रत्येक सिक्के की कीमत 800 रुपये आंकी गई।
सुसनेर के तहसीलदार विजयकुमार सैनानी ने बताया कि ग्राम मैना में एक मकान के बाड़े से सिक्के निकले हैं। कुल 282 सिक्के मिले हैं। यह सिक्के देश की आजादी से पूर्व ब्रिटिशकाल के बताए जा रहे हैं। मामले की जानकारी पुरात्तव विभाग को दी जाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
7 मई 2022 को माणा में निकले थे सिक्के
7 मई 2022 को ग्राम माणा में मकान की खुदाई के दौरान इसी तरह के ब्रिटिशकाल के सिक्के मिले थे, जिन्हे भी प्रशासन ने जब्त कर खजाने में जमा किया था। अब मैना में सिक्के निकले की घटना सामने आई हैं। खास बात यह है कि जिस तरह के सिक्के माणा में मिले थे, उसी तरह के सिक्के ग्राम मैना में भी मिले है।
जमीन की खुदाई में निकल सकती अन्य पुरातात्विक वस्तुएं
मामले में यह बात सामने आई हैं कि जिस जगह से ये सिक्के निकले हैं उस जगह की अगर खुदाई करवाई जाए तो और भी पुरातात्विक वस्तुएं निकल सकती हैं।