दोपहर करीब बारह बजे आरोपियों को लेकर आई गाड़ी सीधे अपर जिला एवं सत्र न्यायालय संख्या दो के बाहर जाकर रूकी। जहां सुरक्षा घेरे में एक-एक आरोपियों को उतारकर न्यायालय में ले जाया गया। वहां न्यायाधीश नरेंद्र सिंह राठौड़ ने अपर लोक अभियोजक घनश्याम मेहरड़ा और आरोपियों की ओर से पैरवी कर रहे ठाकुरदास की मौजूदगी में उन्हें आरोप सुनाए। बताया जाता है कि अदालत की ओर से बार-बार इन्हें पेश करने के पुलिस को मिल रहे नोटिस के बाद एसपी नारायण टोगस ने इन्हें हर हाल में जल्द से जल्द पेश करने का मन बना लिया।
अब दिखी पुलिस की हिम्मत करीब पौने दो साल पहले अदालत के बाहर दिनदहाड़े सुपारी किलर संदीप उर्फ शेट्टी को गोलियों से भूना गया था। वारदात के बाद गिरफ्तार अन्य आरोपियों को तो आरोप सुना दिए गए पर मुख्य गैंगस्टर दीपक दीपक उर्फ दीप्ति, अक्षय उर्फ सचिन और अनूप ढावा को अदालत में पेश नहीं किया जा रहा था। ये तीनों गिरफ्तारी के बाद से तिहाड़ जेल में बंद थे। अदालत पुलिस को बार-बार इन्हें पेश करने को कहती रही और पुलिस सुरक्षा सहित अन्य कारणों का हवाला देते हुए इनकी पेशी से बचती रही। आखिरकार इन तीनों को आरोप सुनाए जाने का डेढ़ साल से अटका काम गुरुवार को पूरा हुआ।
तीन दिन से चल रही थी पुलिस की तैयारी सूत्र बताते हैं कि पुलिस तीन दिन से इसकी तैयारी कर रही थी। अदालत के आसपास लगने वाले जूस/ठंडा/चाय आदि के ठेले हटा दिए गए थे। अदालत के बाहर सुरक्षा गार्ड बढ़ाने के साथ आसपास से भी मॉनिटरिंग के लिए पुलिस के जवान सादा वर्दी में तैनात कर पेशी वाले दिन का रिहर्सल शुरू कर दिया गया था। यह नजारा पेशी के दौरान दिखा, जहां कोतवाली सीआई मनीष देव समेत अन्य की टीम सुरक्षा के लिए लगी हुई थी तो सदर सीआई अजय मीणा, सुरपालिया प्रभारी अमरचंद, डीटीएस प्रभारी मुकेश चंद समेत कई अदालत परिसर में अलर्ट थे।
यह था मामला, मुख्य आरोपी अब तक फरार 19 सितम्बर 2022 को दिनदहाड़े शूटरों ने सुपारी किलर संदीप उर्फ शेट्टी की अदालत के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पहले मास्टर माइण्ड सुनील पण्डित पकड़ा गया फिर जितेंद्र कुमार उर्फ जीतू, संदीप लांबा उर्फ गोलू, नवीन उर्फ नवीन सेठ, प्रवीण उर्फ पपल, दीपक उर्फ दीप्ति, अक्षय उर्फ सचिन और अनूप ढावा को गिरफ्तार किया। एक नाबालिग निरुद्ध हुआ तो इन्हें शरण देने के आरोप में बजरंग भी पुलिस के हत्थे चढ़ा। मुख्य आरोपी अनिल उर्फ छोटिया अब तक फरार है तो केशव उर्फ गोलू को प्रोटक्शन वारंट पर फरीदाबाद जेल से अब तक नहीं लाया गया है।