जिला पशु अस्पताल प्रभारी डॉ. नरेन्द्र चौधरी ने बताया कि इसका कारण उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाना व ठंड से राहत का कोई विकल्प नहीं मिलता है। इसके अलावा वे ठंड से बचने की अपनी जगह व भोजन की सुरक्षा के लिए ज्यादा सतर्क हो जाते हैं, और खतरा महसूस होते ही हमला कर देते हैं। इसका सर्वाधिक शिकार छोटे बच्चे होते हैं। बच्चे डॉग बाइट का ज्यादा शिकार होते हैं। ऐसे में लोगो को भी ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। बाहर जाते समय यदि आवारा श्वान आपके पीछे भागे तो डरें नहीं, वहीं रुक जाएं। खासकर बच्चों को यह बात समझाना होगी। अपने आसपास के आवारा श्वानों को कुछ खाने का जरूर दें, ताकि वे भूखे न रहें, इससे वे आक्रामक नहीं होंगे।
पीडि़तों की जुबानी
केस नंबर एक
दिल्ली दरवाजा क्षेत्र में रात्रि में आठ बजे के बाद सफर करना मुश्किल हो जाता है। भूले-भटके कोई बाइक सवार आ जाता है तो उस पर पूरा झुण्ड हमला कर देता है। कुछ दिन पहले में भी बाइक से जा रहा था, तभी श्वानों ने हमला कर दिया था।
फारुख अहमद, नेहरू कॉलोनी
एक नंबर दो
सूफी साहब की दरगाह से लेकर दिल्ली दरवाजा तक जाने वाली रोड में तो रात में सफर करना खुद को खतरे में डालना है। इस रोड पर ऐसे कुत्ते हैं जो डरते नहीं, बल्कि हमला कर देते हैं। कुछ दिन पहले मैं भी अपने दोस्त के साथ बाइक से जा रहा था, तभी श्वानों का पूरा झुण्ड ही पीछे पड़ गया। बमुश्किल किसी तरह अपनी जान बचाई।
आवेश चौहान, बाजरवाड़ा
केस नंबर तीन
शहर के नकासगेट से लेकर शिवबाड़ी एरिया तक आप रात्रि में दस बजे के बाद सफर नहीं कर सकते हैं। यहां तो पूरे रास्तों में श्वानों के झुण्ड बैठे रहते हैं। अभी दस दिन पहले ही गुजरते समय श्वानों ने हमला कर दिया था। हम दो थे, इसलिए वहीं पड़ी ईटों के सहारे डर दिखाकर बच गए, नहीं तो मुश्किल हो जाती।
मोहिनदूद्दीन, माही दरवाजा
केस नंबर चार
मैं तो अपने परिचतों से यही कहता हूं कि रात में दस बजे के बाद गांधी चौक या दिल्ली दरवाजा क्षेत्र में सफर नहीं करें, क्यों इन रास्तों में 35-40 श्वानों का झुण्ड पूरे रास्ते फैला रहता है। गुजरने के दौरान यह साथ मिलकर झपटते हैं। पिछले माह ही बाइक से जाने के दौरान इनके हमला करने से गिर गया था। इस दौरान एक-दो वाहन सवारों के और जाने से बच गया।
पीर अहमद हुसैन फारुकी, मेजर करीम नगर
इनका कहना है…
आवारा श्वानों की धरपकड़ के लिए जल्द ही नगरपरिषद की ओर से आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
रामरतन चौधरी, आयुक्त, नगरपरिषद नागौर