जोधपुर डीआरएम ने किया प्री इंसपेक्शन, खामिया सुधरवाई महाप्रबंधक के दौरे को लेकर उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर मंडल की डीआरएम गीतिका पाण्डेय गुुरुवार को अधिकारियों के लाव लश्कर के साथ नागौर आई। उन्होंने स्टेशन की व्यवस्थाएं देंखी और स्थानीय अधिकारियों व साथ आए सभी विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिए। गौरतलब है कि जीएम के दौरे को लेकर डीआरएम पिछले एक माह में नागौर स्टेशन के तीन-चार बार चक्कर लगा चुकी है। जीएम के दौरे को लेकर स्टेशन को दुल्हन की तरह निखारा गया है। रेल प्रशासन ने साफ – सफाई से लेकर निर्माण कार्य तक करवाए हैं। लेकिन यात्री सुविधाओं को लेकर रही खामियों पर कोई तक ध्यान नहींं दिया गया। रेलवे अधिकारी सिर्फ सफाई के बूते नम्बर बढ़वाने में जुटे हैं।
जीएम साहब स्टेशन पर ये यात्री सुविधाएं बढ़ाएं शहर के प्रमुख संगठनों व सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने गत दिनों डीआरएम को ज्ञापन देकर कई मांगे रखी थी। इनमें नागौर से केरल के बीच ट्रेन, लीलण एक्सप्रेस का समय साढ़े छह बजे करने, मेड़ता रोड से मेड़ता बायपास तक पहुंचने के लिए रास्ते की व्यवस्था, दिल्ली के लिए नियमित ट्रेन, गाड़ी संख्या 12490 और 22473 जो सप्ताह में एक बार चलती है उसको नियमित किया जाए , प्लेट फार्म नं. 2 पर यात्रियों के टीन शेड़ लगाने यात्रियों को रेल्वे स्टेशन पर रिजर्वेशन का कोटा बढ़ाकर 100 टिकटों को किया जाए, क्योंकि यात्रियों को बीकानेर, नोखा व अन्य शहरों से टिकट रिजर्वेशन करवाने पड़ते है। राणकपुर एक्सप्रेस का समय पहले की तरह सुबह 11 बजे
किया जाए। सम्पर्क क्रांति, बीकानेर-हावड़ा को प्रतिदिन करने, हमसफर एक्सप्रेस का नागौर में ठहराव करने की मांग शामिल है। स्टेशन पर मिले एस्केलेटर व लिफ्ट की सुविधा नागौर स्टेशन जिला मुख्यालय होने के कारण जोधपुर मंडल के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में शामिल है। स्टेशन पर 47 ट्रेनों का ठहराव है। राजस्व व यात्री भार के हिसाब से स्टेशन ए ग्रेड में शामिल है। यहां एस्केलेटर व लिफ्ट नहीं होने से सामान्य यात्रियों के साथ बुजुर्ग व विकलांग यात्रियों को बेहद परेशानी होती है। साथ ही कुली की व्यवस्था भी पूरी नहीं है। बाहरी परिसर में सुलम् कॉम्पेक्स की बेदह आवश्यकता है।