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नागौर

कभी जिले की पांच टॉप स्कूलों में सुमार, आज आधा रह गया नामांकन

खींवसर (नागौर). सरकार व शिक्षा विभाग की अनदेखी से गांवों में शिक्षण व्यवस्था बेलगाम है। बिगड़ी शिक्षा व्यवस्था का नजारा ग्राम पंचायत पांचलासिद्धा के थाम्बडिय़ा ग्राम केे ब्राह्मणों की ढाणियां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में साफ नजर आता है। यहां नामांकन घटकर आधा रह गया है।

नागौरDec 16, 2024 / 05:19 pm

Ravindra Mishra

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खींवसर के थाम्बडिय़ा गांव में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय।

– पांचलासिद्धा के ग्राम थाम्बडिय़ा का राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय

-क्रमोन्नत होने के बाद शिक्षक घट गए , चार शिक्षकों के भरोसे सीनियर स्कूल

खींवसर (नागौर). सरकार व शिक्षा विभाग की अनदेखी से गांवों में शिक्षण व्यवस्था बेलगाम है। बिगड़ी शिक्षा व्यवस्था का नजारा ग्राम पंचायत पांचलासिद्धा के थाम्बडिय़ा ग्राम केे ब्राह्मणों की ढाणियां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में साफ नजर आता है। यहां नामांकन घटकर आधा रह गया है। सरपंच सहित कई जागरूक लोग सरकार को पत्र लिखकर थक चुके हैं। वर्तमान में विद्यालय में मात्र चार शिक्षक है। इनमें भी एक व्यवस्थार्थ लगा रखा है। प्रधानाचार्य की सेवानिवृत के बाद दूसरा नहीं लगाया गया है। ऐसे में शिक्षण व्यवस्था की मॉनेटरिंग करने वाला तक कोई नहीं है। किसी समय यह विद्यालय नागौर जिले की पांच टॉप विद्यालय में सुमार था। आज बच्चों को एडमिशन दिलाने से अभिभावक बचने लगे हैं।
विद्यालय का भवन भी जर्जर
विद्यालय का भवन भी जर्जर हालात में है। बरसात के समय छत टपकने लगती है। भवन गिरने से कभी बड़ा हादसा हो सकता है। जगह-जगह से क्षतिग्रस्त भवन के कारण हर समय हादसे का डर सताता है।विद्यालय में 12 कक्षाएं संचालित हो रही है, लेकिन एक लेवल प्रथम व एक लेवल द्वितीय अंग्रेजी विषय अध्यापक कार्यरत है। वहीं एक लेवल प्रथम अध्यापक प्रतिनियुक्ति पर है। जबकि कक्षा 11 और 12 में कला संकाय में अर्थशास्त्र, इतिहास और हिन्ली साहित्य जैसे विषय सम्मिलित है। महज तीन अध्यापकों के सहारे विद्यालय का संचालन बेहद मुश्किल है। विभाग के उच्च अधिकारियों व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कई बार निरीक्षण किया है लेकिन सुचारू संचालन को लेकर कोई प्रयास नहीं किए।
लगातार घट रहा नामांकन

विद्यालय को सरकार ने क्रमोन्नत तो कर दिया, मगर पद सृजित नहीं किए। स्थाई अध्यापकों की नियुक्ति के अभाव पढ़ाई प्रभावित है। नामांकन भी निरन्तर घट रहा है। गत वर्ष की अपेक्षा इस बार 70 बच्चों का नामांकन कम है। पिछले वर्ष यहां 200 विद्यार्थी थे, जबकि इस बार 123 ही है।
नहीं मिला क्रमोन्नति का लाभ

विद्यालय को 2020-21 में माध्यमिक तथा 2022-23 में उच्च माध्यमिक स्तर पर क्रमोन्नत किया गया। लेकिन विद्यालय में मात्र चार शिक्षक है। गत अप्रेल में प्रधानाचार्य सेवानिवृत हो गए थे। उसके बाद से यह पद रिक्त पड़ा है। सीनियर स्कूल होने के बावजूद सैकिण्ड ग्रेड शिक्षक के पद स्वीकृत नहीं हैं।
सरकार ने नहीं दिया कोई ध्यान

हमारी मांग पर सरकार ने थाम्बडिय़ा के विद्यालय को उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत तो कर दिया लेकिन 130 विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में है। यहां न पर्याप्त शिक्षक है और न ही अच्छा भवन। ऐसे में हमने कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया है।
-राजेन्द्रसिंह सोनिगरा, सरपंच, पांचलासिद्धा

डीपीसी होते ही लगाएंगे शिक्षक
यह विद्यालय नवक्रमोन्नत है। यहां व्यवस्थार्थ शिक्षक लगाने के साथ ओर भी शिक्षक लगाने के प्रयास जारी है। समस्या का स्थायी समाधान डीपीसी होने पर ही होगा। डीपीसी के बाद यहां पर्याप्त शिक्षक लगाए जाएंगे ।
-राजूराम खदाव, एसीबीईओ, खींवसर
विद्यार्थी एवं ग्रामीण परेशान
विद्यालय भवन तो बना हुआ है, लेकिन जर्जर हालत होने से कभी बड़ा हादसा हो सकता है। हमने कई बार यहां पर्याप्त शिक्षक लगाने की मांग की मगर कोई फायदा नहीं मिला।
-रघुनाथ इन्दोरिया, ग्रामीण
नामांकन बढ़ाने के प्रयास व्यर्थ
सरकार नामांकन बढ़ाने के लिए बालिका नि:शुल्क साईकिल योजना, मिड डे मील सहित प्रवेशोत्सव कार्यक्रम चलाती है लेकिन यहां लगातार नामांकन घटता जा रहा है। सरकार एवं विभाग को इसकी कोई चिंता नहीं है। इस स्थिति में तो विद्यालय के ताला लटक जाएगा।
-छगनलाल गौड़, ग्रामीण

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